एफआईआर दर्ज होने के बाद भी खनियांधाना में आक्रोश नहीं थमा

शिवपुरी। खनियांधाना में परसों रात बस स्टेण्ड क्षेत्र में स्थित सब्जी और फल-फू्रट की दुकानों में लगी आग को प्रभावित दुकानदार षड्यंत्र की संज्ञा दे रहे हैं और उनका आरोप है कि नपं अध्यक्ष अनीता साहू के पति जगदीश साहू और एक पार्षद पति उमेश लक्षकार के इशारे पर दुकानों में आग लगाई गई है। पुलिस ने इस मामले में हालांकि दो आरोपियो मनीराम मेट और राकेश वाल्मिकी के विरूद्ध भादवि की धारा 435 का मामला कायम कर लिया है।

दुकानदारों का आरोप है कि उक्त दोनों आरोपी परसों दिन में धमकी दे गए थे कि उनकी दुकानों में आग लगा देंगे और यह धमकी अध्यक्ष तथा पार्षद पति की शह पर दी गई थी जो कि उनसे अवैध बसूली मांग रहे थे। पुलिसिया कार्रवाई से नाराज दुकानदारों का धरना समाप्त नहीं हुआ है और उन्होंने अध्यक्ष एवं पार्षद पति पर कार्रवाई की मांग की है। 

आगजनी का शिकार हुए दुकानदारों मोहम्मद रसूल, उस्माद खान, चंदन महावले, देशसिंह केवट, कल्याण सिंह आदि ने बताया कि परसों उनकी दुकान पर मनीराम केवट और रमेश वाल्मिकी आए और उन्होंने उनसे कूलर की टटियों की मांग की जब उन्होंने कहा कि उनके पास टटियां नहीं हैं तो दोनों आरोपियों ने धमकी दी कि उनकी दुकानों में आज रात में आग लगा दी जाएगी। इसके बाद उसी रात 6 दुकानें और 2 हाथ ठेले जलकर राख हो गए। 

आगजनी के दौरान नपं अध्यक्ष पति जगदीश साहू मौके पर पहुंचे तो आक्रोशित भीड़ ने उनकी बुरी तरह पिटाई लगाई। प्रभावित दुकानदारों ने आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज करने की मांग की और कार्रवाई न होने तक वे धरने पर बैठ गए आज सुबह पिछोर के एसडीओपी राकेश शर्मा घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने प्रभावित दुकानदारों के बयान लिए।

 इसके बाद सबसे पहले मनीराम बाल्मिकी  पर आगजनी का प्रकरण कायम किया गया। इससे प्रभावित संतुष्ट नहीं हुए तो फिर राकेश वाल्मिकी पर मामला दर्ज किया गया, लेकिन दुकानदार पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हुई और उन्होंने जगदीश साहू तथा उमेश लक्षकार पर प्रकरण वापिस लेने की मांग की। उनके समर्थन में कई समाजसेवी संगठन भी सामने आ गए हैं। 

अपने आप को बचाने के लिए पुलिस ने बचाया आरोपियों को 

प्रभावित दुकानदारों का आरोप है कि आरोपी जगदीश साहू ने पुलिस एएसआई भदौरिया पर दुकानदारों को भड़काने का आरोप लगाते हुए उस पर प्रकरण दर्ज की मांग की थी। इससे पुलिस रक्षात्मक मुद्रा में आ गई और इसी सौदेबाजी में जगदीश साहू को पुलिस आरोपी नहीं बना रही है। दुकानदारों के अनुसार सूत्र बताते हैं कि जगदीश साहू ने एएसआई भदौरिया के पक्ष में बयान दे दिया और इसी के एवज में जगदीश साहू को बचाया जा रहा है। 

विवादों में घिरे रहे हैं अध्यक्ष पति साहू

नपं खनियांधाना की अध्यक्ष श्रीमती अनीता साहू के पति जगदीश साहू का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है। वह नपं के कार्यों में दखलांदाजी करते रहे हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने पूर्व सीएमओ उमेश सोनी की मारपीट की थी। नपं उपाध्यक्ष अभय जैन की मारपीट का भी उन पर आरोप है। एक अन्य पूर्व सीएमओ नरेन्द्र पाठक से उनका पिछोर में विवाद हुआ था जिसमें जगदीश साहू पर जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज हुआ था।


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