सरकारी वेयर हाउस से लाखों का गेहूं गायब!

राजू (ग्वाल) यादव/शिवपुरी-शिवपुरी के लुधावली में स्थित शासकीय वेयर हाउस से लाखों रूपये का सरकारी गेहूं गायब होने का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि वेयर हाउस कार्पोरेशन और नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा संयुक्त रूप से पिछले वर्ष विभिन्न खरीदी केन्द्रों से जो गेहूं खरीदा था उसमें से काफी टन माल गायब है। इस पूरे खेल में वेयर हाउस पर सक्रिय रहने वाला गेहूं माफिया संलिप्त बताया जा रहा है।

लाखों रूपये के सरकारी गेहूं को किसके संरक्षण में गायब किया गया। यह जांच का विषय है। सूत्र बताते हैं कि वेयर हाउस कार्पोरेशन और नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों के साथ-साथ यहां पर गेहूं परिवहन का काम करने वाले ठेकेदारों का भी हाथ है। वेयर हाउस पर जितना माल स्टाक में रखना बताया जा रहा है उसमें से काफी टन माल गायब है।  स्टॉक के रिकॉर्ड में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी है। यदि इस स्टॉक की तत्काल वरिष्ठ अधिकारी जांच करें तो बड़े स्तर पर यहां चल रहा गड़बड़ घोटाला पकड़ा जा सकता है। 

सूत्र बताते हैं कि रसद माफियाओं के साथ मिलकर लुधावली स्थित सरकारी वेयर हाउस पर यह खेल खेला गया है जिसमें लाखों रूपये का कई टन गेहूं गायब कर दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि वेयर हाउस के अधिकारी, नागरिक आपूर्ति निगम के कर्ताधर्ता अनाज माफियाओं के साथ मिले हुए है। अनाज माफियाओं के साथ यह अधिकारी राशन की दुकानों पर पहुंचने वाले गेहूं में से गड़बड़ी करते है। उसी के कारण स्टॉक में भी बड़े पैमाने पर हेराफेरी की गई है। 

सूत्रों का कहना है कि जहां-जहां पर नागरिक आपूर्ति निगम और भारतीय खाद्य निगम का गेहूं रखा है उन गोदामों में स्टॉक में बड़े पैमानों पर गड़बड़ी है। यदि वरिष्ठ अधिकारी आकस्मिक छापामार कार्यवाही कर स्टॉक का मिलान करते है तो इस फर्जीबाड़े को पकड़ा जा सकता है। खबर है कि   वेयर हाउस, नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों ने यहां पर परिवहन करने वाले ठेकेदार के कर्ताधर्ता और रसद माफियाओं के साथ मिलकर इस पूरे खेल को अंजाम दिया है। इस गड़बड़ी में यहां पर सक्रिय रैकेट कई वर्षों से इस गोरख धंधे को अंजाम दे रहा है। पिछले दिनों सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गेहूं का जो स्लॉट जारी किया गया था उसमें ही इस गड़बड़ी को अंजाम दिया गया है।

खरीदी केन्द्रों पर गेहूं ठिकाने लगाने की तैयारी

बताया जाता है कि समर्थन मूल्य पर जो खरीदी वर्तमान में चल रही है उन खरीदी केन्द्रों पर इस स्टॉक के गेहूं को खपाने की तैयारी है। वेयर हाउस से जुड़े एक सूत्र ने बताया है कि शिवपुरी जिला मुख्यालय पर सरकारी गोदामों से सार्वजनिक वितरण प्रणाली का जो गेहूं रसद माफियाओं ने उड़ाया है उसे अधिकारी और रसद माफियाओं का यह रैकेट खरीदी केन्द्रों पर समर्थन मूल्य भाव पर यानि की 1500 रूपये क्विंटल पर ठिकाने लगाने की तैयारी में है। इस खेल में करोड़ों के बारे-न्यारे होंगें और बड़े-बड़े लोग इस घपले में शामिल है। सूत्र बताते हैं कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों पर इस गेहूं को कागजों में वितरित होना बताया जाएगा लेकिन वास्तव में बांटा ही नहीं जाएगा। 

गोदाम से ही अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके रसद माफिया खरीदी केन्द्रों पर इस माल को पहुंचा देंगें, वहां से फिर से सरकारी खरीद के नाम पर गोदामों में माल पहुंच जाएगा और भुगतान जो सक्रिय रैकेट है उसके खाते में किसान के नाम पर चला जाएगा।

ठेकेदार बन बैठा करोड़पति

सूत्रों ने बताया है कि सरकारी वेयर हाउस से गेहूं को गायब करने का खेल कई सालों से चल रहा है। इस खेल में बड़े-बड़े लोग शामिल है। जिस ठेकेदार ने यहां पर रेल स्टेशन से गोदाम और गोदाम से रेलवे स्टेशन पर माल ढोने का जो ठेका लिया है वह कल तक मात्र एक हम्माल था मगर आज यह हम्माल ठेकेदार बनकर करोड़ों में खेल रहा है। इस ठेकेदार ने करोड़ों रूपये का गेहूं पहले भी गायब किया है जिसमें कई बार शिकवे शिकायतें हुई मगर मामले दबा दिए गए। 

अभी भी यह खेल लुधावली और अन्य सरकारी वेयर हाउस गोदामों पर धड़ल्ले से चल रहा है जिसमें नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी रसद माफियाओं के साथ मिलकर इस काले कारनामे को अंजाम दे रहे है। पूर्व में रसद माफियाओं के साथ यहां से सरकारी गेहूं ठेकेदार से मिलीभगत करके ट्रकों से इंदौर और बॉम्बे तक सप्लाई किया जाता रहा है। यहां पर चल रहे गड़बड़ घोटाले की बड़े स्तर पर जांच की आवश्यकता है।