कांग्रेस सीखेगी अब भाजपा से अनुशासन का क,ख,ग...

शिवपुरी। राजनीति का चोला ओढऩे वाले भाजपा व कांग्रेसियों को अब अनुशासन का पाठ पढऩे के लिए एक-दूसरे का ही सहारा लेना पड़ेगा, ऐसा इसलिए क्योंकि बीते दो दिन पूर्व शहर में हुए अंबेडकर जयंती के कार्यक्रम में भाजपाईयों ने जो अनुशासनहीनता दिखाई उससे प्रतीत होता है कि अब कांग्रेस पार्टी भी भाजपा से अनुशासन का क,ख,और ग सीखेगी। हमें तो ऐसा ही लग रहा है क्योंकि आए दिन अपनी ही पार्टी में आग-बबूला होने वाली कांग्रेस पार्टी के नेताओं को अब यही नसीहत राहत देगी।

कांग्रेस की तुलना में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में आज भी अनुशासन कायम है। पार्टी के कार्यकर्ता अपनी भावनाओं से ऊपर उठकर वरिष्ठ नेताओं का सम्मान करते हैं। यह मिसाल 14 अप्रैल को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर के शिवपुरी आगमन के अवसर पर देखने को मिली। जब उनके एक निर्देश पर भाजपा जिलाध्यक्ष रणवीर रावत के खिलाफ आग उगल रहे नेतागण शांत हो गए और उन्होंने श्री रावत को पुन: जिलाध्यक्ष बनाने की सहमति दे दी।

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि प्रदेशाध्यक्ष का सम्मान तो करना होता है। इस तुलना में कांग्रेस भाजपा से कोसों पीछे है। स्थानीय कांग्रेस में अनुशासनहीनता, असंतोष और जूतमपैजार का वातावरण है। इस माहौल को समाप्त करने के लिए स्वयं इलाके के सर्वमान्य कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पहल की, लेकिन इसके बाद भी स्थिति जस की तस है।

कांग्रेस में अनुशासनहीनता का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। ताजा मामला कांग्रेस कार्यकर्ता रामजीलाल कुशवाह का है जिन्होंने पूर्व विधायक हरिबल्लभ शुक्ला के खिलाफ जमकर आग उगली। श्री शुक्ला के खिलाफ बयानबाजी करने के लिए वह मीडिया में गये। जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव के विरूद्ध भी एक नहीं अनेकों मौकों पर खुलकर अनुशासनहीनता की गई। उनके निवास स्थान पर असंतुष्ट कांग्रेसियों ने उग्र प्रदर्शन किया और गाली गलौंच की।

इस मामले में पूर्व सांसद प्रतिनिधि इब्राहिम खान निलंबित भी किए गये। जिला कांग्रेस कार्यालय पर प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति में कांग्रेसियों ने एक-दूसरे के खिलाफ मीडिया की उपस्थिति में जमकर आरोप लगाये। इस मामले में पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी का साथ जहां सांसद प्रतिनिधि हरवीर सिंह रघुवंशी ने दिया, वहीं उनके निशाने पर पूर्व विधायक हरिबल्लभ शुक्ला रहे। अब देखना होगा कि अनुशातिस पार्टी में कौन-किससे बेहतर होगा यह तो आने वाले समय में पता चल ही जाएगा क्योंकि कुछ समय बाद जहां शिवपुरी में प्रदेश के मुखिया का डेरा है तो वहीं आगामी कुछ समय में कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कुछ वरिष्ठ नेता शिवपुरी में डेरा डालकर अपनी पार्टी को मजबूत बनाने पर जोर देंगें।