भारी वाहनों के प्रवेश फिर से शुरू, छात्र की मौत के बाद प्रशासन ने साधी चुप्पी

शिवपुरी- विगत कुछ माह पूर्व गुरूद्वारा चौराहे पर सुबह के समय कोचिंग जा रहे अभिषेक की सड़क हादसे में मौत के बाद छात्र-छात्राओं ने मिलकर शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने सहित शहर की अन्य समस्याओं और कोचिंगों के समय में परिर्वतन को लेकर माधव चौक पर चक्का जाम किया था और एक ज्ञापन कलेक्टर को भी सौंपा था।

उसके बाद प्रशासन की नींद भी टूटी थी और शीघ्र ही भारी वाहनों का प्रवेश शहर में बंद करने का आदेश यातायात महकमे को दिया गया था और इस आदेश पर अमल भी हुआ। वहीं नपा ने भी दोनों बायपासों पर भारी वाहनों के प्रवेश न होने के लिए बेरीकेट और पोल भी  लगवा दिये थे। इसके बाद कुछ समय तक तो भारी वाहनों का शहर में आना-जाना बंद हो गया और इसके बाद यातायात महकमा भी निश्चिंत हो गया और छात्रों के जागरूक होने के बाद यातायात महकमे की टूटी नींद अब फिर से लग गई है और रात्रि के समय वाहनों का प्रवेश भी धड़ल्ले से शुरू हो गया है।

वाहनों की तीव्र गति राहगीरों के लिए काल बनकर फिर घूमना शुरू हो गई है और यातायात महकमा इससे अभी भी बेखबर बना हुआ है। वहीं शहर में भारी वाहनों के प्रवेश करने से जाम की स्थिति भी रात्रि के समय निर्मित हो जाती है। इसे हम यातायात महकमे की बेपरवाही माने या कुछ और।

विदित हो कि शहर में भारी वाहनों के प्रवेश करने के कारण अभी तक कई जानें जा चुकी हैं और समय-समय पर शहरवासियों ने इन वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए कई आंदोलन भी किए। इसके बावजूद भी शहर में भारी वाहनों का प्रवेश बंद नहीं हुआ और इसकी परिणिति यह हुई कि तिवारी परिवार का इकलौदा दीपक गुरूद्वारे चौराहे पर हुई एक सड़क दुर्घटना में बुझ गया।

इसके बाद जब छात्र-छात्राएं और शहरवासी जागरूक हुए और उन्होंने आंदोलन शुरू हुआ तो पूरा प्रशासन हिल गया और आनन-फानन में वाहनों के प्रवेश पर शहर में रोक लगा दी। लेकिन कुछ समय बाद ही यह पूरा महकमा ये सारी बातें भूल गया और एक बार फिर से सड़कों पर वाहनों की तेज रफ्तारें दिखने लगी। अब यातायात महकमा किसी नए हादसे का इंतजार कर रहा है। 

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