मलेरिया टेक्नीकल सुपरवाईजरों की भर्ती में लगे सवालिया निशान

शिवपुरी- जिले में मलेरिया टेक्नीकल सुपरवाईजर के पद पर मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी द्वारा मनमाने ढंग से भर्ती की गई है। स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा भारी अनियमिततायें बरतते हुए पात्र आवेदकों को दर किनार करते हुए अपात्र लोगों को भर्ती किया गया है।

जिसमें भारी भ्रष्टाचारी की अशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है। पीडि़त आवेदकों द्वारा इसकी शिकायत जिलाधीश से लेकर मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, प्रभारी मंत्री तथा प्रमुख सचिव तक की गई लेकिन मलेरिया टेक्नीकल सुपरवाईजरों की भर्र्ती में किये गए घालमेल के विरूद्ध कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। जिसकी जानकारी पीडित आवेदकों ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है। 


नियम विरूद्ध किया गया चयन


आवेदन के माध्यम से बताया है कि जिला स्वास्थ्य अधिकारी व समिति द्वारा मलेरिया टेक्नीकल सुपरवाईजरों की भर्ती में नियमों का उल्लंघन करते हुए अभ्यार्थियों का चयन किया गया है। जिसमें जिले के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता न देते हुए बाहरी जिले के अभ्यार्थियों को चयन किया गया है। चयन किये गए अभ्यर्थियों में 15 वें स्थान पर रहने वाले अभ्यर्थी विनोद कुमार को प्रथम स्थान पर तीसरे स्थान पर रहने वाले को दूसरा  13 वें स्थान वाले को तीसरा नम्बर, 14 वें स्थान पर रहने वाले को चौथा का नियम विरूद्ध चयन किया गया है।


जनसुनवाई बनी अनसुनवाई 


मलेरिया टेक्नीकल सुपरवाईजरों की स्वास्थ्य अधिकारी व समिति द्वारा किये गए भारी घालमेल की जानकारी जनसुनवाई के माध्यम से लगातार चार मंगलवार 8,15,20 तथा 29 जनवरी 2013 को जिलाधीश आरके जैन के समक्ष रखी गई। लेकिन कोई सार्थक पहल जिला प्रशासन द्वारा नहीं की गई। इसके साथ ही उक्त घालमेल की जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय व प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को भी दी जा चुकी है। लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। पीडि़त अभ्यार्थियों ने मलेरिया टेक्नीकल सुपरवाईजरों की भर्ती में किये गए घालमेल की ईमानदारी से जांच कराने तथा दोषियों को विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही करने की मांग की है