लाड़ली के जन्मते ही पति ने लक्ष्मी को किया बेदखल

राजू (ग्वाल)यादव/ शिवपुरी/ कहते है बेटी को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है लेकिन इस कलियुग में बेटी को देवी लक्ष्मी नहीं बल्कि कई लोगों ने इसे अभिशाप माना है एक ओर जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री बेटियों के संरक्षण और उन्हें उनके वाजिब हक के लिए अपना खजाना लुटाने को तैयार है जिसमें बेटी के जन्म से लेकर उसकी शिक्षा, विवाह व पारिवारिक गृहस्थी की जिम्मेदारियों को पूरा किया जा रहा है

वहीं इस कलियुग में कुछ लोग ऐसे भी है जो आज भी बेटी को वरदान नहीं अभिशाप मानते है इन्हीं में से एक है शिवपुरी के ठकुरपुरा में निवासरत जाटव परिवार जहां बीते 23 दिसम्बर को इस घर में जब बेटी ने जन्म लिया तो उस बेटी के होने पर ही घर में जैसे मातम पसर गया हो, फिर बेटी की मॉं के ऊपर होने लगी जुल्मों की बरसात, आए दिन किसी ना किसी कारण से बेटी की मॉं पर अनर्गल आरोप व उसे असभ्य भाषा के साथ व्यवहार का सामना करने को मिला, आखिरकार यहां नारी सम्मान क्यों नहीं मिलता, यह सवाल एक बार फिर से आमजन के जेहन में आ गया है इसीलिए बेटी की पीणा को किसी कलाकार ने अपनी इस पंक्ति के माध्यम से कहा कि अगले जन्म मोहे बिटिया ना कीजो... और यही सच है क्योंकि ठकुरपुरा के जिस जाटव परिवार में इस बिटिया ने जन्म लिया उसके बाद उसकी मॉ पर इतनी ज्यादतियां होने लगी कि बेटी के जन्म के 21 दिन बाद ही बेटी व उसकी मॉं को इस जाटव परिवार ने घर से बाहर निकाल फेंका। 
वह मॉ जिसने बेटी को जन्म दिया और पति ने घर से निकाल दिया

अपनी पीड़ा को इस महिला ने पुलिस अधीक्षक के सम्मुख प्रकट किया तो उन्होंने तुरंत आरोपी पति व उसकी मॉं के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिस पर आरोपी युवक व उसकी मॉं पर दहेज एक्ट अधिनियम सहित बहू को मानसिक, दहेज के लिए प्रताडि़त करना व जान से मारने संबंधी विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया गया। इस घटना की खबर सुनते ही पति व सास फरार है जिनकी तलाश में पुलिस जुटी है। 
आरोपी पति जिसने अपनी पत्नि को घर से निकाला

घटनाक्रम के अनुसार शिवपुरी कोतवाली थानातंर्गत ठकुरपुरा बस्ती में निवासरत भागीरथ जाटव ने अपनी शादी बड़े ही उत्साह के साथ महाराष्ट्र निवासी रूही जाटव के साथ की थी। वैवाहिक बंधन में बंधने के बाद रूही को गर्भ ठहरा और घर में खुशी का माहौल देखने को मिला, जैसे ही रूही गर्भवती हुई वैसे घर में खुशियों की लहर दौड़ गई। समय बीतता गया और नवें महीने बाद जब 23 दिसम्बर को रूही ने प्रसव के दौरान पुत्री को जन्म दिया तो सारे घर में मातम सा पसर गया। 

रूही के पति भागीरथ और उसकी सास चम्पा की चाहत बेटे की थी लेकिन जब रूही ने बेटी को जन्म दिया तो उनके सारे अरमानों पर पानी फिर गया और तभी से परिवार वालों का रूखा व्यवहार  रूही के साथ होने लगा, जैसे-तैसे करके रूही सब कुछ सहन कर रही थी लेकिन जब पानी सिर से ऊपर गया तो उसने भी विरोध करना शुरू कर दिया लेकिन यह विरोध उसे ही भारी पड़ गया और बेटी के जन्म के 21 दिन बाद ही पति भागीरथ व सास चम्पा ने अपनी प्रताडऩा से रूही को घर से बाहर निकाल दिया। 

घर से बाहर होने के बाद रूही को कोई आसरा नहीं मिला तो उसने मोबाईल से परिजनों को इस पूरे मामले से अवगत कराया और महाराष्ट्र से अपनी मॉं शारदा के आने के बाद आप बीती पुलिस अधीक्षक को कह सुनाई। जिस पर पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह ने रूही जाटव के साथ बेटी जन्मने पर घर से बाहर निकालने पर पति व उसकी सास के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिस पर पुलिस ने इस मामले में आरोपी पति भागीरथ व सास चम्पा जाटवपर दहेज एक्ट, जान से मारने व प्रताडऩा का मुकदमा कायम किया है। आरोपी अभी फरार है जिनकी तलाश पुलिस कर रही है। 


पीडित महिला और उसकी नवजात बच्ची अस्पताल में भर्ती


लड़की होने पर महिला रूही जाटव को उसके पति भागीरथ और सास चम्पा जाटव बुरी तरह प्रताडि़त करते थे आज शिवपुरी में शिकायत दर्ज कराने के लिए आई इस महिला का स्वास्थ्य और इस नवजात बच्ची का वजन काफी कम था। पुलिस अधीक्षक ने पीडि़त महिला और उसकी नवजात बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया। यहां पर इसका इलाज चल रहा है। 


क्या कहते हैं अधिकारी

पीडित रूही जाटव ने मेरे समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी इसके बाद मैंने पुलिस कोतवाली में मामला दर्ज करने के आदेश दिए है उसके पति और सास पर कायमी कर ली गई है और महिला व उसकी नवजात बच्ची की हालत खराब थी तो उसे जिला चिकित्सालय में उपचार हेतु भर्ती कराया गया है। 

आर.पी.सिंह 
पुलिस अधीक्षक, शिवपुरी