यूनिट टेस्ट में सफल कांग्रेसियों का होगा विधानसभा फायनल

विशेष टिप्पणी/ ललित मुदगल/ शिवपुरी-प्रदेश में इन दिनों मण्डी चुनाव को लेकर घमासान शुरू हो गया है। कई जगह सीटों को लेकर आरक्षित व अनारक्षित सीटों पर कुछ जनप्रतिनिधि अपने-अपने प्रतिनिधियों के रूप में खड़ा कर इस यूनिट टैस्ट में सफल होने के लिए तैयार हो गए है।

इनमें सर्वप्रथम कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी, हरिबल्लभ शुक्ला, विधायक पिछोर के.पी.सिंह, बैजनाथ सिंह यादव सहित इनके जिलासदर रामसिंह यादव शामिल है। इन सभी को केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा सख्त हिदायत ही नहीं बल्कि निर्देश दिए गए है कि जो भी नेता इस यूनिट टेस्ट(मण्डी चुनाव) में अपनी ऊर्जा को निखारते हुए सर्वाधिक मण्डी अध्यक्ष का पद हासिल करते है अथवा करवाते है उन्हें आगामी फायनल टेस्ट (विधानसभा चुनाव) में जाने का मौका मिलेगा। अपने गॉडफादर के निर्देशों को अमल में लाने के लिए सभी कांग्रेसियों ने अपने प्रभारों में जाकर मण्डी पर कब्जा करने की योजनाऐं बनाने के लिए किसानों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है।

देखा जाए तो अभी विधानसभा चुनाव में एक वर्ष होने को है लेकिन इस फिल्डिंग इन दिनों मण्डी चुनाव से शुरू हो गई है। एक ओर जहां भाजपा शिवराज के मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट को लेकर निश्चिंतता में है तो वहीं मण्डी में भी उन्हें भाजपा के रूप में कई जगह सफलता मिलेगी ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। बल्कि विपक्ष के रूप में महती भूमिका अदा करने वाले कांग्रेसियों की यह परीक्षा की घड़ी है ऐसे में केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने भी इन कांग्रेस नेताओं को मण्डी चुनाव में अपनी सफलता के झण्डे गाढऩे के लिए इन्हें इनके ही मुताबिक प्रभार भी सौपें है। जिसमें विधानसभा चुनाव के मदद्ेनजर कांग्रेस ने अपने नेताओं की नब्ज टटोलने के लिए आम कार्यकर्ताओं के बीच भेजने की तैयारी कर ली है। यही कारण है कि जिन कांग्रेस के नेताओं को जिले की मंडी चुनाव जितने की जिम्मेदारी दी गई है वह कहीं न कहीं विधानसभा चुनाव के मदद्ेनजर ही लगती है। इनमें कांग्रेस नेताओं के ऊपर पूर्ण जिम्मेदार का भार सौंपकर स्वयं जिलाध्यक्ष रामसिंह यादव के लिए भी यह कड़ी परीक्षा है क्योंकि सिंधिया के निर्देश पर इन नेताओं को प्रभारी तो बना दिए लेकिन यदि यह प्रभारी अपने-अपने मण्डी क्षेत्रों में अपना प्रतिनिधित्व ना ला सके तो कहीं इसकी गाज का सामना जिलाध्यक्ष श्री यादव को ना करना पड़े। ऐसी संभावना जताई जा रही है।
 

वीरेन्द्र की तैयारी शिवपुरी व कोलारस में


हाल ही में कांग्रेस जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव द्वारा शिवपुरी और कोलारस विधानसभा क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले वीरेन्द्र रघुवंशी को इन दोनों क्षेत्रों की कृषि उपज मण्डी चुनाव समिति का प्रभारी बनाया है ताकि वह आगामी विधानसभा चुनाव के मददेनजर जनता उन्हें समझते लें और वह अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन भी कर सके ताकि कांग्रेस नेतृत्व भी इससे भलीभांति परिचित हो सके।
 

पोहरी में हरिबल्लभ ने बढ़ाया किसानों से मेलजोल


मण्डी चुनाव को लेकर पोहरी विधानसभा क्षेत्र के समिति प्रभारी बनने के बाद हरिबल्लभ शुक्ला भी अब किसानों के बीच पहुंचकर मेलजोल बढ़ा रहे है। हालांकि इस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली दो मंडी पोहरी व बैराढ़ के लिए पूर्व विधायक हरिबल्लभ शुक्ला को कुछ हद तक कामयाब भी हो जाए लेकिन इसके लिए उन्हें आपसी गुटबाजी को दूर करना आवश्यक है ताकि विधानसभा के द्वार भी इन्हें खुले मिले। ऐनकेन प्रकारेण वह इन दोनों सीटों पर कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार को विजयी दिलाऐं तब बात बनेगी। यदि श्री शुक्ला के यह आंकड़े फिट बैठ गए तो इनकी विधानसभा की दावेदारी तय मानी जा रही है।
 

पिछोर में केपी को बनाया है समिति प्रभारी


जिले के पिछोर क्षेत्र के कद्दावर नेता पिछोर विधायक के.पी. सिंह को जब पिछोर, करैरा और खनियाधाना का मण्डी समिति प्रभारी बनाया गया तो यह साफ हो गया कि निश्चित रूप से यहां एक क्षत्रप ना केवल किसान बल्कि स्वयं विधानसभा का प्रतिनिधित्व केपी सिंह करेंगें इससे गुरेज नहीं किया जा सकता। हालांकि मण्डी चुनाव जैसी जिम्मेदारी मिलने पर भी वह इस दायित्व को भलीभांति निभाकर मण्डी में अपने समर्थित उम्मीदवार को लाऐंगें यह भी पूर्वानुमान अनुसार तय है। वैसे पिछोर में मण्डी चुनाव में होने वाली जीत हार से केपी सिंह को कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन ऐसे में मण्डी चुनाव में वे खनियाधान, पिछोर और करैरा तीनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों को जिता लाते है तो निश्चित रूप से उनका कद और अधिक बढ़कर सामने आएगा।
 

खतौरा-रन्नौद मंडी के प्रतिनिधित्व को लेकर संशय


देखा जाए तो जिले की खतौरा व रन्नौद मण्डी में उम्मीदवार चयन को लेकर संशय बरकरार है हालांकि यह क्षेत्र कोलारस विधानसभा क्षेत्र में आता है जिसकी जिम्मेदारी वीरेन्द्र रघुवंशी के ऊपर है  लेकिन मण्डी चुनाव समिति प्रभारी के रूप में यहां बैजनाथ सिंह यादव को बनाया गया है। किसानों के साथ आपसी समन्वय व व्यवहार के रूप में वह अच्छी खासी पैठ भी रखते है ऐसे में बैजनाथ भी चाहेंगें कि वह खतौरा व रन्नौद मण्डी में स्वयं के समर्थित मण्डी अध्यक्ष को जिताऐं तो कोलारस विधानसभा क्षेत्र से आगामी समय में चुनावों के समय प्रतिनिधि के चुने जाने में इनका नंबर भी शामिल हो सकता है। वैसे इस सीट पर दावेदारों की स्थिति तय नहीं हुई है इसी वजहसे यह नहीं कहा जा सकता कि बैजनाथ भी यहां से अपनी दावेदारी जताऐंगें।