इस सप्ताह हो जाएगी जिलाध्यक्ष की घोषणा

ललित मुदगल/ शिवपुरी- भाजपा के शिवपुरी जिलाध्यक्ष को लेकर पिछले कई दिनों से चल रही खींचतान इस सप्ताह सुलटने के आसार है। शिवपुरी भाजपा जिलाध्यक्ष की घोषणा भोपाल से इस सप्ताह हो सकती है। भोपाल से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि संगठनात्मक चुनावों को लेकर पूरे प्रदेश में 41 भाजपा जिलाध्यक्षों की घोषणा हो चुकी है और 50 फीसदी निर्वाचन के हिसाब से जिलाध्यक्ष का कोटा पूरा हो चुका है और जल्द ही प्रदेशाध्यक्ष का निर्वाचन भी पूरा होना है। सूत्र बताते हैं कि 15-16 दिसम्बर तक प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव करा लिया जाएगा और प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव से पहले ही शिवपुरी के भाजपा जिलाध्यक्ष की घोषणा के आसार बन रहे है। 

भोपाल से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि संगठन चुनाव  में प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव 15-16 दिसम्बर के आसपास होना है इसलिए ऐसे आसार बन रहे है कि शिवपुरी भाजपा जिलाध्यक्ष की घोषणा इस सप्ताह हो जाएगी। बताया जाता है कि शिवपुरी के अलावा अभी इन्दौर नगर, ग्वालियर नगर व ग्रामीण, शाजापुर, शहडोल, दमोह, धार, नीमच में जिलाध्यक्ष का चुनाव नहीं हो पाया है। इन जिलों में भाजपा जिलाध्यक्षों की घोषणा का मामला लटका पड़ा है। भाजपा के बड़े नेताओं के बीच आपसी रजामंदी ना बन पाने के कारण इन जिलों के जिलाध्यक्ष व प्रदेश प्रतिनिधियों की घोषणा लटकी है। 

इन जिलों के जिलाध्यक्षों की घोषणा लटकने के बाद अब ऐसे आसार नजर आ रहे है कि इस सप्ताह पूरी घोषणा जिलाध्यक्षों की हो जाएगी। शिवपुरी जिलाध्यक्ष की बात करें तो रणवीर रावत का नाम लगभग तय माना जा रहा है। नरेन्द्र सिंह तोमर व प्रभात झा रणवीर रावत के पक्ष में है लेकिन वहीं दूसरी ओर ग्वालियर सांसद यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा रणवीर रावत का विरोध दर्ज किए जाने के कारण फायनल किसी नाम की घोषणा लटक गई। अब देखना यह है कि शिवपुरी का भाजपा जिलाध्यक्ष इस सप्ताह घोषित हो पाता है कि नहीं। 

बेसब्री से नाम की घोषणा का इंतजार


भाजपा जिलाध्यक्ष के चयन का मामला लटक जाने से पार्टी की गतिविधियां भी एकाएक ठप्प पड़ गई है। वर्तमान जिलाध्यक्ष का कार्य देख रहे रणवीर रावत भी पहले जैसी फुर्ती अपने कामकाज में नहीं दिखा रहे है। वहीं दूसरी ओर उनका विरोध कर रहे ओमी गुरू, ओमप्रकाश खटीक, अशोक खण्डेलवाल आदि से भी उनकी पहले जैसी ट्यूनिंग देखने को नहीं मिल रही है। पार्टी के कई छोटे कार्यकर्ताओं का कहना है कि जल्द से जल्द जिलाध्यक्ष की घोषणा हो जाती है तो पार्टी की जो गतिविधियां ठप्प पड़ी है उनमें तेजी आएगी और वर्ष 2013 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर नई रूपरेखा के आधार पर रणनीति बनेगी। 

पूरा जोर लगा रहे हैं विरोधी


रणवीर रावत की खिलाफत कर रहे उनके विरोधी खेमे के नेता रणवीर का नाम जिलाध्यक्ष के लिए रोकने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि रणवीर का विरोध करने वाले जैन ब्रदर्स यानि की कोलारस विधायक देवेन्द्र जैन व उनके अनुज जितेन्द्र जैन गोटू दिल्ली से लेकर भोपाल तक अपने संपर्कों का इस्तेमाल कर चुके है। इसी तरह ग्वालियर सांसद यशोधरा राजे सिंधिया भी रणवीर का नाम रूकवाने के लिए दम से लगी हुई हैं। यशोधरा के स्थानीय समर्थक कई पार्टी नेता भी पूरा जोर लगा रहे हैं कि जिलाध्यक्ष की ताजपोशी से रणवीर को रोका जाए। वहीं दूसरी ओर नरेन्द्र सिंह तोमर और प्रभात झा का हाथ रणवीर के साथ होने के कारण उनका नाम इस पद पर फायनल माना जा रहा है।