33 केव्ही विद्युत उपकेन्द्र का निर्माण कार्य पूर्ण

शिवपुरी-जिले के पिछोर क्षेत्र में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अथक परिश्रम का परिणाम है कि अब पिछोर क्षेत्र में विद्युत उपकेन्द्र 33/11 के.व्ही. की पूर्णता के साथ ही यहां बिजली की कोई समस्या नहीं रहेगी। जिले के पिछोर क्षेत्र के अनेकों ग्रामों में बिजली की समुचित व्यवस्था के लिए यहां 33/11 के.व्ही. विद्युत उपकेन्द्र का निर्माण किया गया है।

इस उपकेन्द्र से संचालित होने वाली विद्युत व्यवस्था से समूचे ग्रामीण क्षेत्र जहां बिजली जगमग होंगे वहीं पिछोर क्षेत्र में भी पर्याप्त बिजली की सुविधा स्थानीय नागरिकों को मिलेगी। इस उपकेन्द्र के चालू होने से यहां ना केवल वोल्टेज समस्या बल्कि बार-बार होने वाले फाल्ट व डीपीयों के फुंकने में भी काफी निजात मिलेगी ताकि बिजली की समस्या से नागरिकों को रूबरू ना होना पड़े। संबंधित निर्माण एजेंसी द्वारा कराए गए इस निर्माण कार्य से पिछोर क्षेत्र में हर्ष की लहर व्याप्त है शीघ्र ही यह उपकेन्द्र चालू हो जाएगा। इस उपकेन्द्र के लिए 33 के.व्ही.लाईन नए चौराहा फीडर से देवीपुरा गांव के पास से नए उपकेन्द्र तक खींचा गया है। यहां बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की घोषणानुरूप आगामी वर्ष 2013 में प्रदेश भर में पर्याप्त बिजली की व्यवस्था की बात कही है इसी का परिणाम है कि पिछोर क्षेत्र में भी मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप यहां बिजली की समस्या को दूर करने के लिए इस उपकेन्द्र का निर्माण किया गया हो। 

जीवन को सफल बनाने करें प्रभु भक्ति : आचार्य डॉ.गिरीश जी महाराज


शिवपुरी-मनुष्य इस मानव रूपी से जीवन को आज के समय में सार्थक नहीं कर पा रहा है, भागमभाग पूर्ण जीवन जीने वाला मनुष्य यह भूल जाता है कि कैसे वह अपने कामों के अनुरूप ईश्वरीय ध्यान से भटक जाता है लेकिन यदि यही भटकाव रहा तो यह जीवन व्यर्थ हो जाएगा, जीवन को सुगम व सार्थक करने के लिए हमें प्रभु भक्ति की आवश्यकता है श्रीमद् भागवत कथा में मनुष्य जीवन को सफल बनाने के लिए कई ऐसी ज्ञानवर्धक बातें देखने और सुनने को मिलेंगी जिससे यह जीवन सफल हो जाएगा। जीवन की इस सफलता को बता रहे थे श्री बांकड़े हनुमान मंदिर के महंत गिरिराज जी महाराज के सुपुत्र आचार्य डॉ.गिरीश जी महाराज जो स्थानीय पुरानी शिवपुरी में राठौर परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से धर्मप्रेमीजनों को धर्म का मार्ग प्रशस्त कर प्रभु भक्ति की सीख दे रहे थे। इस अवसर पर कथा आयोजक व मुख्य यजमान ग्यासीराम राठौर परिवार द्वारा इस पुण्य लाभ के कार्य की विशेषता को भी आचार्य श्री ने बतलाई। श्रीमद् भागवत कथा के प्रसंग को प्रतिदिन प्रभु की विभिन्न लीलाओं का वर्णन आचार्य द्वारा किया जा रहा है। यहां सैकड़ों की संख्या में धर्मप्रेमीजन कथा का धर्मलाभ लेने के लिए पहुंच रहे है। कथा में आज भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होगा सभी धर्मप्रेमीजनों से श्रीकृष्ण जन्म में सपरिवार भाग लेने का आग्रह आयोजक राठौर परिवार ने किया है। ईश्वरीय भक्ति के माध्यम से अपना जीवन सफल बनाने के लिए राठौर परिवार द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 1 से 7 दिसम्बर तक स्थानीय नीलगरा चौराहा पुरानी शिवपुरी राजपुरा रोड पर किया गया है यहां ठाकुर बाबा मंदिर के नाम से आयोजित कथा में धर्मप्रेमीजन पहुंचकर धर्मलाभ ले रहे है। 

संत ही जीव को परमात्मा से मिला सकते हैं : स्वामी दयाराम दास जी महाराज


शिवपुरी- कैला माता मंदिर पर आयोजित श्रीरामकथा के अगले चरण को बढ़ाते हुए स्वामी दयारामदास जी महाराज ने बताया कि श्रीराम चरित मानस का तीसरा काण्ड अरण्य काण्ड है, चौथा काण्ड का नाम किष्किंधा काण्ड है किष्किंधा काण्ड में जीव व परमात्मा के मिलने को प्रस्तुत किया गया है, श्री हनुमान जी ने सुग्रीव को श्रीराम से मिलाया था, सुग्रीव है जीव, श्रीराम है परमात्मा, श्री हनुमान जी है संत। स्वामी जी ने बताया कि एक संत ही जीव को परमात्मा से मिला सकता है जीव जहां भी जाता है, कर्म उसका पीछा करता है, शास्त्रों में सुग्रीव को जीव तथा बाली को कर्म का प्रतीक माना गया है। सत्संग से ही प्रारब्ध को समाप्त किया जा सकता है। यदि जीव श्रीराम की शरण में आ जाए तो श्रीराम उस जीव पर दया करते है इस संसार में मनुष्य को कर्मों के अनुसार प्रहार तो सहन करने ही पड़ते है। 

स्वामी दयारामदास जी ने कथा प्रसंग में बताया कि रावण के शासनकाल में अपहरण, आतंकवाद, मदिरा, मांस सेवन, जुआ, व्याभिचार,गौहत्या बहुत होने लगी थी रावण कभी भी समर्पण के मार्ग पर नहीं चला, हमेशा अपहरण के मार्ग पर चलता रहा। भारत त्रषि और कृषि का राष्ट्र है भारत का अस्तित्व गाय और गंगा से है। गंगा औ गौमाता की रक्षा से ही भारत माता की रक्षा हो सकती है। गाय के दूध में कैल्शियम, सोडियम, पोटेशियम, कापर, जिंक, मैग्जीन, लोहा,सल्फर और आयोडीन पाया जाता है जो मनुष्य के जीवन के लिए बहुत उपयोगी है। महामण्डलेश्वर स्वामी दयारामदास जी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को किष्किंधा काण्ड की कथा सुनाई। आयोजक अखिल भारतीय सीताराम परिवार शाखा शिवपुरी द्वारा आयोजित श्रीराम कथा में धर्मलाभ लेने का आग्रह किया गया है। कैलामाता मंदिर में आयोजित कथा में प्रतिदिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है।