शिवपुरी/बदरवास-बीती 19 अक्टूबर को घर से मंदिर कहकर निकले बदरवास के पुजारी रामनिवास की हकीकत का आज पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह ने बदरवास थाना प्रभारी सतीश दुबे के माध्यम से पटाक्षेप कर दिया। इस पूरे मामले में पुजारी की ही रची बसी कहानी सामने आई जहां पुजारी ने बताया कि उसने अपने रिश्तेदार से 50 हजार रूपये उधार लिए थे और इसके लिए वह अपने गुरू महाराज चित्रकूट जा रहा था कि तभी झांसी में रेलवे स्टेशन पर उसकी जेब कट गई।
जिससे वह भयभीत हुआ और परेशान होकर उसने अपने ही अपहरण की कहानी रचकर ना केवल परिजनों बल्कि पुलिस के लिए सिरदर्दी शुरू कर दी थी लेकिन पुलिस ने अपहरण की कहानी को दो दिन में ही पटाक्षेप कर आम जनता का विश्वास जीता और इस पूरे मामले में पुलिस को चकरघिन्नी करने वाले पुजारी को जमकर घुड़की दी साथ ही भविष्य में इस तरह का कोई कृत्य हो इसके लिए आगे की कार्यवाही के लिए न्यायालय में आवेदन लगाया जाएगा।
पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेसवार्ता में पूरे मामले से पटाक्षेप कराते हुए एस.पी. आर.पी. सिंह ने स्वयं अपहरण की कहानी रचने वाले रामनिवास शर्मा से अपने दास्यां बयां करने को बताया जिसमें उसने बताया कि वह बदरवास में काली माता मंदिर का पुजारी है और बीती 19 अक्टूबर को मुझे मेरे गुरू बालकदास का चित्रकूट से फोन आया था जिस पर मैं अगले दिन घर से मंदिर की कहकर निकला और इस दौरान मैंने अपने रिश्तेदार मामा से 50 हजार रूपये उधार भी लिए थे
जब मैं झांसी से चित्रकूट जाने के लिए रेल्वे स्टेशन झांसी पहुंचा तो वहां मेरी जेब कट गई और मैं परेशान हो गया। इस घबराहट में मैंने अपने अपहरण की कहानी रची और सोचा कि परिजन से 5 लाख रूपये की फिरौती मांगूंगा तो वह दे नहीं पाऐंगे और कुछ दिनों बाद मैं स्वयं घर पहुंच जाउंगा। वहीं मामले का पर्दाफाश करने वाले टी.आई.बदरवास सतीश दुबे ने बताया कि हमें 19 अक्टूबर को पुजारी के गायब होने की जानकारी मिली और फिर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर मामले की विवेचना की।
जिस पर पता चला कि पुजारी चित्रकूट में है जब हम वहां पहुंचे तो पुजारी के गुरू बालकदेव ने बताया कि वह यहां से चला गया। जिस पर हमारी टीम भी पुजारी को पकडऩे निकली इतने में पुजारी चित्रकूट से सतना और सतना से ग्वालियर के लिए निकल गया जिस पर जानकारी लगी तो एएसआई सत्येन्द्र सिंह भदौरिया भी पुजारी को ढूंढने निकल पड़े और ग्वालियर जाते वक्त रास्ते में एस.आर.कॉलेज के समीप पुजारी उतर गया इतने में बस निकल गई तभी एएसआई सत्येन्द्र सिंह को पुजारी मिल गया और उसे पकड़ लाए। इस तरह पुजारी के अपहरण की कहानी का पुलिस ने खुलासा किया और आगे की कार्यवाही के लिए न्यायालय के समक्ष आवेदन लगाया जाएगा।
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