भारत बंद: शिवपुरी में सफल

शिवपुरी। बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार, गैस सिलेण्डर में सब्सिडी, डीजल में बढ़ोत्तरी, एफडीआई का विरोध व आमजन की टूटती कमर को संभालने के लिए केन्द्र की यूपीए सरकार के खिलाफ फूंका गया बिगुल आज संपूर्ण भारत बंद की तरह शिवपुरी में बंद सफल रहा। यहां ना केवल दुकानदारों और अन्य प्रतिष्ठानों ने स्वेच्छा से अपने संस्थान बंद रखे बल्कि वह आगे आकर अन्य लोगों को भी इस महंगाई में उनका साथ लेने का आग्रह करते नजर आए।


ऐसे में शिवपुरी बंद को सफल बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी, भाजयुमो, व्यापार संघ, किराना संघ व लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी द्वारा सुबह से ही नगर में बाईकों पर घूम-घूमकर शांतिपूर्वक बंद का आग्रह किया। जिसका परिणाम यह दिखा कि महंगाई के दंश से पीडि़त जनता व दुकानदारों ने एफडीआई के विरोध में अपना समर्थन देकर इस बंद को सफल बनाने में सहयोग दिया। नगर में चहुंओर बाजार बंद होने से शांत वातावरण का माहौल निर्मित हुआ।

भारत बंद के दौरान ना तो किसी संगठन ने धरना दिया और ना ही प्रदर्शन किया। लेकिन सुबह से ही शिवपुरी बंद को सफल बनाने के लिए भाजपा, व्यापारी, किराना व लोसपा के कायकर्तागण नगर भ्रमण पर निकले और सभी नागरिकों से शांतिपूर्ण नम्रता के साथ शिवपुरी बंद को सफल बनाने का आग्रह करते रहा। भाजपा जिलाध्यक्ष रणवीर रावत के नेतृत्व में जहां भाजपाई शिवपुरी बंद को सफल बना रहे थे तभी उन्होंने कहा कि देश में यूपीए सरकार ने महंगाई व भ्रष्टाचार और एफडीआई के निवेश को भारत में स्वीकृति प्रदान कर जनता की भावनाओं से खिलवाड़ किया है ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए।

वहीं एफडीआई को 51 प्रतिशत निवेश की मंजूरी प्रदान करने पर व्यापार व किराना व्यापार संघ के भरत अग्रवाल ने कहा कि महंगाई के इस युग में एफडीआई के प्रवेश से मझौले व छोटे दुकानदार तो पूरी से रोड पर जा आऐंगे, ऐसे निवेश की क्या आवश्यकता जिससे जनता व व्यापार ठप्प हो। आखिरकार केन्द्र की यूपीए सरकार एफडीआई के निवेश से स्वयं के बारे-न्यारे करना चाहती है जनहित के मुद्दों से बेफिक्र ऐसी सरकार से आशा ही क्या की जाए कि वह जन भावनाओं को समझें।

महंगाई के दंश से जनता पीडि़त है ऊपर से गैस सिलेण्डर में सब्सिडी, डीजल में बढ़ोत्तरी यह सब करना जनहित में नहीं बल्कि स्वयं के हित में किए गए परिणाम है ऐेसी सरकार से आमजन पीडि़त है और पीडि़त रहेगा इसलिए इस सरकार को दूर करने के लिए जनता स्वयं जबाब दें। लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष संजीव पुरोहित ने बताया कि केन्द्र की यूपीए सरकार के खिलाफ लोसपा का विरोध चहुंओर है यही कारण है कि आज शिवपुरी में भी बंद का व्यापक असर दिखा।

केन्द्र की यूपीए सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध लोसपा हमेशा करती रहेगी। देश में एफडीआआई के प्रवेश को रोका जाए, डीजल में की गई बढ़ोत्तरी वापिस हो, गैस सिलेण्डर में सब्सिडी में भेदभाव यह कैसी नियती है ऐसी सरकार जो भेदभाव की भावना को अपनाती हो उससे जनता की आशाऐं बेकार ही जाऐंगी। यूपीए सरकार का विरोध करने के लिए आज भारत बंद का आयोजन किया गया जो पार्टी के दिशा निर्देशानुसार शिवपुरी में बंद सफल रहा। हम जनता की लड़ाई के लिए कभी पीछे नहीं हटेंगे और ऐसे प्रदर्शनों में शामिल होकर जनहित के मुद्दों को लड़ेंगें।


पूर्ण रूप से बाजार रहे बंद


देखा जाए तो शहर में एफडीआई का विरेध सर्वाध्शिक देखने को मिला जिसमें छोटे-छोटे दुकानदारों व व्यापारियो को एफडीआई के भारत मेंं निवेश से अच्छा खासा नुकसान झेलना पड़ सकता है। यहां तक की हो सकता है कि ये छोटे व मझौले दुकानदार पूर्णत: बंद की कगार पर आ जाए। ऐसी स्थिति में शिवपुरी नगर के अधिकांशत: पूरे बाजार बंद ही नजर आए। जिसमें कोर्ट रोड, न्यू ब्लॉक, धर्मशाला रोड, टेकरी बाजार, कष्टïमगेट, अस्पताल चौराहा, राजेश्वरी रोड, गुरूद्वारा, झांसी तिराहा, पुरानी शिवपुरी, मीट मार्केट, कमलागंज, फिजीकल आदि सहित अन्य क्षेत्रो में दुकानदारों ने इस बंद का समर्थन करते हुंए अपने-अपने प्रतिष्ठान ना केवल बंद रखे बल्कि अन्य दुकानदारों को भी एफडीआई के निवेश से क्या-क्या नुकसान उठाने पड़ेंगे। यह भी बताया जिसे सुनकर सभी दुकानदारों ने इस बंद को सफल बनाया और पूरे नगर में चाय, किराना, मिष्ठान, मोबाईल शॉप, सोने-चांदी के विक्रेता सहित अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान आदि पूर्णत: बंद रहे।

पेट्रोल पंप बंद होने से बढ़ी परेशानी


भारत बंद के दौरान वैसे तो सभी दुकानदारों व व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठारन बंद किए। जिससे आमजन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा लेकिन सर्वाधिक नुकसान व परेशानी का सामना उन लोगों को अधिक करना पड़ा जिन्हें बाईक व चार पहिया वाहन में पेट्र्रोल की सख्त आवश्यकता थी ऐेेसे में बंद के दौरान पेट्रोल पंप भी बंद रहने से इन लोगों को बढ़ी परेशानी की सामना करना पड़ा और पेट्रेाल के लिए यह लोग इधर-उधर भटकते रहे लेकिन उन्हें पेट्रेाल नहीं मिल सका। वहीं डीजल का भी यही हाल रहा जिसमें बड़े-बड़े वाहनों में डीजल की आवश्यकता को समझते हुए कई लोगों ने पेट्रेाल पंप मालिकों से आग्रह भी किया परन्तु बंद के दौरान किसी प्रकार के उपद्रव का सामना ना करना पड़े इसके लिए पेट्रेाल पंप मालिकों ने भी इस बंद का समर्थन करते हुए पेट्रेाल पंपों को नहीं खोला।

क्लीनिक व मेडीकल पर नहीं दिखा बंद का असर


अक्सर देखने में आता है कि जब भी कोई बड़ा बंद का आह्वïनन होता है तब पूरे बाजार के साथ सभी प्रकार की दुकानें बंद रहती है लेकिन  महंगाई, एफडीआई के प्रवेश, डीजल में बढ़ोत्तरी आदि को लेकर केन्द्र की यूपीए सरकार के खिलाफ भारत बंद का व्यापकर असर यहां निजी क्लीनिकों व मेडीकल पर नहीं दिखा। स्वास्थ्य संबंधी प्रतिष्ठानों को खुला ही रखा गया इसके लिए जरूरी भी था कि आमजन को इस दु:ख की घड़ी में किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसलिए सभी प्रकार के निजी क्लीनिक व मेडीकल खुले रहे।

बदरवास के बाजार भी रहे बंद


बदरवास कस्बे में प्रात: 9 बजे से ही कंाग्रेस व केन्द्र सरकार का विरोध करते हुये भाजपाईयों द्वारा नारेवाजी की गई एवं बाजारेां की सडकों पर निकलते हुये शांतिपूर्वक बाजार बंद करने की अपील ब्यापारियों से की। जिसका ब्यापारियों ने समर्थन करते हुये बाजार बंद में सहयोग भी दिया। इस अवसर पर राधेश्याम बंसल मंडल अध्यक्ष, कल्याण सिंह बांसखेड़ा, आजादपुरी सरपंच बारई, हितकुमार श्रीवास्तव, रामकुमार चतुर्वेदी, भगवान सिंह कुशवाह मण्डल उपाध्यक्ष, श्रीराम गोयल, मनमान सिंह यादव, भोलाराम बैरागी, वीरसिंह यादव, छोटू महाराज, जगनी कुशवाह, नन्नू सोनी व सुरेश आदि शामिल रहे।

स्वदेशी जागरण मंच ने फूंका प्रधानमंत्री का पुतला


शिवपुरी। स्वदेशी जागरण मंच शिवपुरी में खुदरा व्यापार ने विदेशी निवेश के विरोध में राज्यपाल के नाम जिलाधीश शिवपुरी को एक ज्ञापन सौंपकर तथा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पुतला फूंकर अपना विरोध दर्ज कराया।

ज्ञापन के माध्यम से स्वदेशीमंच के कार्यकर्ताओं ने कहा है कि छोटे उद्यमी के विरोध के बाबजूद 14 सितम्बर 2012 को मल्टीब्राण्ड खुदरा व्यापार में 51 प्रतिशत विदेशी निवेश में अनुमति की घोषणा प्रधानमंत्री द्वारा की गई। जिससे बहुराष्ट्रीय कंपनियों  तथा विदेशी ताकतों को आर्थिक लाभ पहुंचेगा। वहीं छोटे व्यापारी व छोटे दुकानदार बेरोजगार हो जाएंगे। जिसका असर देश के 33 करोड़ लोंगों पर प्रत्यक्ष रूप से तथा 17 करोड़ लोगों पर अप्रत्यक्ष रूप से पड़ेगा। जिसके कारण देश में बेरोजगारी फैलेगी। जो अंतत: न केवल देश की आम जनता की आर्थिक बदहाली का अपितु देश को आर्थिक रूप से पंगु बना देगा। स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन के माध्य से राष्ट्रघाती घोषणा को वापस लेने की मांग की है। तथा विरोध स्वरूप जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने माधव चौक चौराहे पर प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह का पुतला फूंका इस अवसर पर विरोध जताने वालों में जिला संयोजक अजमेर सिंह यादव, विनोद शर्मा, योगेश मिश्रा, बीके शर्मा, हरीशंच चौबे, पूरन लाल बाथम, अजय राजपूत, दिलीप शर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित थे।