कुत्तों ने नौंची लाश: मानव अधिकार आयोग ने लिया संज्ञान, CMHO को नोटिस जारी

राजू (ग्वाल) यादव/ शिवपुरी। शिवपुरीसमाचार.कॉम द्वारा उठाए गए मामले में अंतत: मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान ले ही लिया, सीएमएचओ को नोटिस जारी कर आयोग ने 7 दिन में जबाव मांगा है। सनद रहे कि पिछले दिनों जिला चिकित्सालय में एक लाश को लावारिस कुत्तों ने नौंच डाला और चिकित्सालय प्रशासन देखता रहा। इस खबर को शिवपुरीसमाचार.कॉम ने प्रमुखता से उठाया था।

यहां बता दें कि जिला चिकित्सालय में एक महिला के शव को कु त्ते द्वारा खाए जाने के मामले को मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान में लिया है। मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग के भोपाल कार्यालय ने इस मामले में शिवपुरी के सीएमएचओ डॉ. एल एस उचारिया को नोटिस देते हुए सात दिन में पूरी रिपोर्ट मांगी है। शिवपुरी के सीएमएचओ डॉ. उचारिया ने इस बात को स्वीकार करते हुए कहा है कि मानव अधिकार आयोग द्वारा इस मामले में जो रिपोर्ट तलब की गई है वह जल्द ही भेजी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि गत 12 सितम्बर को घायल हुई एक महिला मीना पत्नि बृजेश धानुक को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। घायल हुई इस महिला को सही ढंग से इलाज नहीं मिल पाया और इसकी बाद में मौत हो गई। मौत के बाद 24 घण्टे तक पोस्टमार्टम के इंतजार में अस्पताल की गैलरी में रात भर इसकी लाश रखी रही। इसी दौरान गैलरी में पड़ी लाश को कुत्तों ने नोंच डाला था। कुत्तों द्वारा महिला के सिर का काफी हिस्सा खा लिया था बाद में आनन-फानन में वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों के समक्ष मामला आने पर महिला के शव को पीएम रूम में भिजवाया गया था। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस पर आरोप लगाए थे कि शव को पोस्टमार्टम रूम में नहीं पहुंचाया गया। जबकि अस्पताल में स्थिति पुलिस चौकी के प्रभारी हवलदार का कहना था कि लाश को उठाने के  लिए वार्ड बॉय नहीं था और स्वास्थ्य विभाग के किसी भी अधिकारी ने इस मामले में मदद नहीं की। इस कारण से रात भर लाश सर्जिकल वार्ड में गैलरी में पड़ी रही जिसे बाद में कुत्तों निशाना बना लिया।


कुपोषण के मामले पर भी पैनी नजर


वहीं कुपोषण के मामले को भी द.भास्कर.कॉम. ने विशेष रूप से उजागर किया था। यहां शिवपुरी, कोलारस, बदरवास, पोहरी सहित अंचल भर में कुपोषण से पीडि़त बच्चों की मौत को लेकर भी समाचार प्रकाशित किया गया था साथ ही श्योपुर अंचल में भी इस तरह की घटनाऐं सामने आई जिसका परिणाम यह हुआ कि अब शिवपुरी और श्योपुर में कुपोषण के चलते हुई दो दर्जन से अधिक बच्चों की मौत के मामले पर भी मानव अधिकार आयोग की पैनी नजर है। भोपाल से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इस मामले में शिवपुरी और श्योपुर प्रशासन से पूरी घटना की रिपोर्ट मंगाई गई है। उल्लेखनीय है कि शिवपुरी और श्योपुर में कुपोषण के चलते बीते एक महीने में 25 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है। श्योपुर का जिला प्रशासन कराहल और उसके आसपास हुई बच्चों की मौत के मामले को डायरिया बताकर पूरे मामले से पल्ला झाड़ रहा है तो वहीं शिवपुरी के महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ओ पी पाण्डे का कहना है कि जिले के कलोथरा और बिलोकला में जो बच्चों की मौत हुई है वह छ: साल से अधिक उम्र के हैं। इसलिए हमारी जिम्मेदारी इसमें नहीं बनती है। स्वास्थ्य विभाग को इस मामले को देखना है।

राष्ट्रीय बाल आयोग आएगा 25 को


शिवपुरी और श्योपुर में कुपोषण से हुई बच्चों की मौत के मामले को लेकर राष्ट्रीय बाल आयोग की एक टीम 25 सितम्बर को शिवपुरी और श्योपुर के दौरे पर आ रही है। दिल्ली से आ रही यह टीम इस मामले की जांच करेगी कि बच्चों की मौत का कारण क्या था। इस टीम के यहां आने की खबर के बाद श्योपुर और शिवपुरी के प्रशासनिक अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है।  बताया जाता है कि यह राष्ट्रीय बाल आयोग की टीम श्योपुर के बाद सतना जाएगी फिर भोपाल में अधिकारियों से बैठक कर प्रदेश में कुपोषण की स्थिति को लेकर समीक्षा करेगी।

इस मामले का खुलासा करती शिवपुरीसमाचार.कॉम की रिपोर्ट पढऩे के लिए यहां क्लिक करें