रातों रात MPEB की जमीन पर उगे मकान

शिवपुरी। नगर के मध्य स्थित पुराना पावर हाउस की करोडों रूपये की बेसकीमती जमीन को भू-माफिया द्वारा गलत तरीके से कब्जा करके विक्रय करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस पूरे प्रकरण में विद्युत मंण्डल के अधिकारियों की मिलीभगत की सम्भावना व्यक्त की जा रही है।


क्योंकि जिस जमीन पर नगर के धनाड्य आज अपना आधिपत्य जमाने लगे हैं उस भूमि पर महज कुछ माह पूर्व तक ही विद्युत मण्डल का आधिपत्य था व इस भूमि को पुराने पावर हाउस के नाम से जाना जाता था लेकिन कुछ दिनों में ही अचायनक ऐसा क्या हुआ कि इस भूमी पर निजी भवन बनने प्रारंभ हो गये तथा यहॉ पर रखा विद्युत मंडल का सामान भी रातों-रात यहॉ से स्थानांतरित कर दिया इस सम्पूर्ण घटना क्रम में विद्युत मण्डल के आला अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।
 

कैसे मिली थी विद्युत मण्डल को जमीन


शिवपुरी। 9 फरवरी 1968 को कलेक्टर शिवपुरी द्वारा कस्वा करैरा के सर्वे क्रमांक 1504 तथा 1506 के रकवा में से एक एकड भूमि को भू-अर्जन अधिनियम 1984 की धारा 04 तथा 6 के अंतर्गत एचर करके नोटिफिकेशन कराय गया जिसका मुआवजा कृषक जयनारायण सक्सैना को विद्युत मण्डल द्वारा माननीय उच्चन्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर में प्रथम अपील क्र024/1972 के पालन में चैक क्र0673726 दिनांक 30/10/1982 को रूपये 5079 उच्चन्यायालय ग्वालियर में जमा कराके रसीद क्र01018/5 प्राप्त की। तथा अर्जित भूमि में से बीस हजार वर्ग फीट भूमि का डायवर्सन कराके विद्युत मण्डल के  सबस्टेशन का निर्माण किया तथा शेष भूमि में तारफैंसिंग कर अपने आधिपत्य में ले लिया। 

रातों-रात तारफैंसिंग हट कटे प्लाट


शिवपुरी। विगत 30 वर्षों से लगातार पुराने पावर हाउस के नाम से जाने वाले उस स्थान पर अचानक क्या हुआ कि रातों-रात तार फैंसिंग हटाकर कैलाशनारायण सक्सैना हाल निवासी भोपाल ने करैरा के स्थानीय भू-माफियांओं की मिलीभगत से प्लाट काट कर विक्रय करना प्रारंभ कर दिया लेकिन जिस बात की जानकारी जिले के विद्युत मण्डल के आलाअधिकारियों को होते हुऐ भी उक्त भूमि पर वर्तमान में जोर शोर से भवन निर्माण का कार्य जारी है। सुनने में तो यह भी आ रहा है कि माफियांओं ने कागजों में हेरा फेरी करके उक्त सर्वे नम्बर की डिर्गी करा ली है पर जिस स्थान की डिर्गी कराई गई है वह स्थान कहीं और पर है और निर्माण कार्य किसी दूसरे स्थान पर किया जा रहा है जो कि गहन जॉच का विषय है।

प्रशासन के रूकवाने के बाद भी नहीं रूका निर्माण


शिवपुरी। गत दिनों जब नगर करैरा में अतिक्रमण हटाओ अभियान जोरों पर था तब भी उक्त भूमी पर चल रहे निर्माण को करैरा एस डी एम,एस डी ओ पी,तहसीलदार,सी एम ओ सभी ने मौके पर पहुॅच कर रूकवाया था लेकिन इन पर कोई असर न हुआ और आज भी निर्माण जारी है जिसे देखते हुए यह करैरा की जनता द्वारा यह कयास लगाये जा रहे हैं कि कही इस करोडों के खेल की बहती गंगा में प्रशासनिक अधिकारी भी तो नहीं नहा गये। अब देखना यह है कि विद्युत मंडल के नींद में सोये अधिकारी अपनी संपदा की रक्षा कर पाते हैं या भू-माफियांओं के पैसे की ताकत के आंगे नतमस्तक हो जाते हैं। लेकिन नगर के कुछ जागरूक नागरिक उक्त जमीन घोटाले को ई ओ डव्ल्यू तथा लोकायुक्त में जाने की तैयारी में लगे हुये हैं। 

 क्या कहते हैं अधिकारी-

दिनेश सुखीजा, विद्युत मण्डल डी शिवपुरी- का कहना है कि जो लोग पुराने पावर हाउस की जमीन पर निर्माण कर रहे हैं उन्होंने गलत तरीके से उक्त जमीन की कोर्ट से डिर्गी करा ली है लेकिन वह जमीन विद्युत मण्डल की है जिस पर हमारे द्वारा दाबा किया गया है।