शिवपुरी/रन्नौद। जिले के रन्नौद क्षेत्र में इन दिनों पहुंच मार्ग का प्रमुख रास्ता बना खतौरा-पचावली मार्ग की हालत इतनी खस्ता है कि यहां से गुजरने वाले वाहनों का प्रवेश ही अगर प्रतिबंधित कर दिया जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। क्योंकि पूरे मार्ग में कीचड़ व बड़े-बड़े गढ्ढे आए दिन दुर्घटनाओं को आमंत्रण देते है। ऐसे में ग्रामीणजनों के लिए भी यह मार्ग मौत का मार्ग साबित होता नजर आ रहा है। रन्नौद, खतौरा व पचावली के ग्रामीणजनों ने प्रशासन से मांग की है कि यहां का मार्ग सुगम उपलब्ध कराया जाए।
जानकारी के अनुसार जिले के रन्नौद क्षेत्र के लिए जाने वाला प्रमुख मार्ग खतौरा-पचावली इन दिनों बारिश के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। यहां से प्रतिदिन आवागमन करने वाले ग्रामीणों को भारी समस्याओं के साथ अपने पहुंच मार्ग पर पहुंचने को मजबूर होना पड़ता है। कई बार प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को भी लिखित रूप से ग्रामीणों ने शिकायत की कि मार्ग को दुरूस्त किया जाए लेकिन आज दिनांक तक यहां कोई सुधार ना होने से हालात बिगड़ते चले गए और आज स्थिति यह है कि इस मार्ग की ओर आने वाले नगरीय व ग्रामीणजन अन्य रास्तों का मार्ग तलाशते है।
सड़क मार्ग की हालत खस्ता होने से ग्रामीण क्षेत्रों की हालत भी खराब हो गई है जबकि पचावली से लेकर रन्नौद तक डला डामरीकरण मार्ग का तो पता ही नहीं है कि इस मार्ग पर डामरीकरण भी हुआ है। बड़े-बड़े गढ्ढे और कीचड़ युक्त मार्ग से यहां आए दिन दुर्घटनाऐं होती रहती है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि ग्रामीणजनों के लिए खतौरा-पचावली मार्ग दुरूस्तीकरण की व्यवस्था की जाए।
सड़क मार्ग की हालत खस्ता होने से ग्रामीण क्षेत्रों की हालत भी खराब हो गई है जबकि पचावली से लेकर रन्नौद तक डला डामरीकरण मार्ग का तो पता ही नहीं है कि इस मार्ग पर डामरीकरण भी हुआ है। बड़े-बड़े गढ्ढे और कीचड़ युक्त मार्ग से यहां आए दिन दुर्घटनाऐं होती रहती है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि ग्रामीणजनों के लिए खतौरा-पचावली मार्ग दुरूस्तीकरण की व्यवस्था की जाए।