एक ग्रेट कॉमेडियन मुंडा कुलदीप कैसे बन गया गुंडा

सेन्ट्रल डेस्क
दैनिक भास्कर के भोपाल एडीशन ने शिवपुरी के लाड़ले ग्रेट कॉमेडियन कुलदीप की पूरी परतें खोल डालीं। उसने न केवल ताजा मामले की रिपोर्ट छापी बल्कि वो मुर्दे भी उखाड़ डाले जो शायद दफन कर दिए गए थे। पढि़ए दैनिक भास्कर भोपाल में छपी कुलदीप से संबंधित रिपोर्ट :-

 

 पहले भी लड़की के लफड़े में बेइज्जत हो चुके हैं जेल में बंद कॉमेडियन कुलदीप!

भोपाल। एक युवक सहित उसके दो अपहरणकर्ताओं को अपने घर में छिपाने के आरोप में धरे गए मशहूर कॉमेडियन फिलहाल जेल की हवा खा रहे हैं। उन्हें हबीबगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अपहरण के दौरान युवक के साथ जमकर मारपीट भी की गई। युवक को एक युवती के बारे में जानकारी लेने के मकसद से अगवा किया गया था, जो एक आरोपी की बहन है। पुलिस ने इस मामले में दो अन्य को भी आरोपी बनाया है, जिनमें से मुख्य आरोपी फिलहाल फरार है।

 एक लड़की के चक्कर में किडनेपर्स को पनाह देने के आरोप में धरे गए मशहूर कॉमेडियन अपनी ऊट-पटांग हरकतों के कारण पहले भी कइयों के लिए सिरदर्द का कारण बनते रहे हैं।

भोपाल में यह पहला मामला नहीं है, जिसमें कुलदीप विवादों में आए हों, इससे पहले अप्रैल, 2008 में नगर निगम द्वारा आयोजित लाफ्टर शो के दौरान भी कुलदीप अपनी गुंडई पर उतर आए थे।
वे मीडिया से बदतमीजी करने से भी नहीं चूके थे। हालांकि मामला सुलटा लिया गया था, लेकिन सब ने कुलदीप की खूब थू-थू की थी।

एक बार तो कुलदीप दुबे किंगफिशर की स्टाफर से भी उलझ चुके हैं। इस झगड़े के कारण उन्हें और उनके दो अन्य साथियों को प्लेन से उतार दिया गया था। यह मामला वर्ष, 2007 का है।

यह मामला अक्टूबर, 2007 का है, जब कुलदीप दुबे अपने दो साथियों गणेश अग्रवाल और बीएल अग्रवाल के संग दिल्ली में प्रोग्राम के बाद वापस मुंबई लौट रहे थे। इन तीनों के टिकट किंगफिशर एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या आईटी-0308 में बुक थे। बीएल अग्रवाल प्लेन में बैठ चुके थे, जबकि बाकी दोनों एयरपोर्ट के काउंटर पर थे। इसी दौरान कुलदीप दुबे ने काउंटर पर मौजूद किंगफिशर की स्टाफर स्वाति से एक हिंदी अखबार मांगा था। स्वाति ने हिंदी अखबार न होने की बात कही। बस फिर क्या था, बात बहस और फिर बदतमीजी तक जा पहुंची। मामला किंगफिशर के अफसरों तक पहुंचा और कुलदीप दुबे और गणेश अग्रवाल को फ्लाइट पर चढऩे ही नहीं दिया। वहीं कुलदीप के मित्र बीएल अग्रवाल को प्लेन से सामान समेत नीचे उतार दिया गया। इन तीनों का किराया भी रिफंड नहीं किया गया।

मूलत : शिवपुरी के निवासी मशहूर कॉमेडियन कुलदीप दुबे ने द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज-सीजन-2(वर्ष, 2007) से अपना करियर शुरू किया था। कुलदीप पर बैंक का एजुकेशन लोन न चुकाने के आरोपी भी रहे हैं। यह मामला वर्ष, 2009 का है। उन्होंने एमबीए करने के मकसद से बैंक ऑफ इंडिया से एजुकेशन लोन लिया था। वे इंदौर पढ़ने गए थे, लेकिन लाफ्टर शो से उनकी किस्मत की लॉटरी लग गई और वे मुंबई जा पहुंचे। उन्हें बैंक ने 1.50 लाख रुपए का लोन चुकाने का नोटिस भी दिया गया था। 

अप्रैल 2008 में भोपाल नगर निगम ने अपने स्थापना दिवस पर रवींद्र भवन में एक कार्यक्रम आयोजित किया था। इसमें कुलदीप दुबे के अलावा एहसान कुरैशी, जूनियर मेहमूद जैसे कलाकार भी आए थे। प्रोग्राम से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान कुलदीप किसी बात पर भड़क गए थे। यहां तक कि उन्होंने एहसान कुरैशी को भी अपशब्द बोल दिए थे। मामला इतना बिगड़ गया था कि कुलदीप दुबे से उनके साथी कलाकार काफी नाराज हो गए थे और यहां तक बोल दिया था कि इस लड़के को तो पिटना चाहिए। 

मार्च, 2011 में स्टार प्लस पर प्रसारित कॉमेडी का महामुकाबला में कुलदीप दुबे भी पार्टीसिपेट करने वाले थे। इस प्रोग्राम में भोपाल निवासी इश्त्याक खान भी प्रतिभागी थे। सूत्रों के मुताबिक, प्रोग्राम की पब्लिसिटी के लिए बैनर, होर्डिंग आदि तैयार हो चुके थे। अचानक कुलदीप पैसों को लेकर पसर गए और प्रोग्राम से आउट कर गए। आनन-फानन में चैनल को पूरी पब्लिसिटी सामग्री चेंज करानी पड़ी। कुलदीप के कारण चैनल को लाखों का नुकसान उठाना पड़ा था। 
एक अन्य मामला कुलदीप दुबे की पारिवारिक सम्पति के बंटवारे से जुड़ा हुआ है। अगस्त, 2011 में कुलदीप के छोटे भाई अमित ने खुद को गोली मार ली थी। उसका अपने पिता शंभूदयाल दुबे से सम्पति के नामांतरण को लेकर विवाद हुआ था।  

यह मामला अक्टूबर, 2007 का है, जब कुलदीप दुबे अपने दो साथियों गणेश अग्रवाल और बीएल अग्रवाल के संग दिल्ली में प्रोग्राम के बाद वापस मुंबई लौट रहे थे। इन तीनों के टिकट किंगफिशर एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या आईटी-0308 में बुक थे। बीएल अग्रवाल प्लेन में बैठ चुके थे, जबकि बाकी दोनों एयरपोर्ट के काउंटर पर थे। इसी दौरान कुलदीप दुबे ने काउंटर पर मौजूद किंगफिशर की स्टाफर स्वाति से एक हिंदी अखबार मांगा था। स्वाति ने हिंदी अखबार न होने की बात कही। बस फिर क्या था, बात बहस और फिर बदतमीजी तक जा पहुंची। मामला किंगफिशर के अफसरों तक पहुंचा और कुलदीप दुबे और गणेश अग्रवाल को फ्लाइट पर चढऩे ही नहीं दिया। वहीं कुलदीप के मित्र बीएल अग्रवाल को प्लेन से सामान समेत नीचे उतार दिया गया। इन तीनों का किराया भी रिफंड नहीं किया गया।