हत्यारोपी ने खेत पर फरारी की सुविधा नहीं दी तो हत्या कर दी

शिवपुरी। लूट के उद्देश्य से बैराड़ थाना क्षेत्र में रसेरा निवासी रामलखन की हत्या के आरोपी धर्मवीर पुत्र प्रेमी बाथम उम्र 20 वर्ष निवासी भदेरा ने आम के बगीचे की रखवाली करने वाले 70 वर्षीय वृद्व कल्लू शाह पुत्र जुम्मा शाह की हत्या करना भी स्वीकार कर लिया है। दोनो हत्याएं एक सप्ताह के भीतर हुईं। इनमें से रामलखन की हत्या लूट के उद्देश्य से 1 जुलाई की रात्रि को की गई। जबकि कल्लू शाह की हत्या 7 और 8 जुलाई की दरम्यानी रात को हुई। आरोपी धर्मवीर ने कल्लू को इसलिए मारा क्योंकि उसने फरार आरोपी को अपने खेत पर ठहराने से इंकार किया था।

पुलिस सूत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 जुलाई की रात्रि को रामलखन जब पैदल अपने गांव लौट रहा था तो उसे लूटने के उद्देश्य से आरोपी धर्मवीर और सुक्कू उर्फ सुरेन्द्र बाथम ने उसे रोक लिया तथा लूटने के पश्चात उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में मुखबिर की सूचना पर दोनों आरोपियों धर्मवीर और सुरेन्द्र के विरूद्ध हत्या और लूट का मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू की। पुलिस के हत्थे आरोपी सुरेन्द्र चढ़ गया लेकिन धर्मवीर फरार रहा। बताया जाता है कि वह बैराड़ कस्बे में नरेन्द्र श्रीवास्तव के आम के बगीचे में छुपने लगा था। इस बगीचे की रखवाली मृतक कल्लू शाह करता है।

जब कल्लू शाह ने इसका विरोध किया तो आरोपी धर्मवीर ने धारदार हथियारों से उसकी हत्या कर दी। जिससे उसके सिर, चेहरे और ठोड़ी पर चोट लगी। पुलिस ने इस मामले में अंधे कत्ल का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। लेकिन आरोपी बेसुराग बना रहा। पुलिस ने जब रामलखन की हत्या के आरोप में दबिश देकर आरोपी धर्मवीर को गिरफ्तार किया और उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने उगल दिया कि कल्लू शाह की हत्या भी उसने ही की है।