सेमेस्टर सेल की लापरवाही से अटके कई छात्रों के रिजल्ट

शिवपुरी- युवा नेता एवं विधानसभा डेलीकेट गौरव नायक व छात्र संघ अध्यक्ष आशीष राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि जून 2011 में एमए इकोनोमिक्स के छात्रों द्वारा परीक्षा दी गई। जिनका परीक्षा परिणाम आज दिनांक तक छात्रों को नहीं बताया गया। इससे छात्रों के दो साल खराब हो गए है।


जब यह बात पीडि़त छात्रों द्वारा गौरव नायक को बताई गई तब उन्होंने सारे घटनाक्रम की पड़ताल की तो पता चला कि विश्वविद्यालय ने अभी तक रिजल्ट नहीं बनाया। उसके बाद विश्वविद्यालय में स्वयं जाकर संबंधित विभाग के अधिकारियों से बात की तो पता चला कि समस्त छात्रों के प्रोजेक्ट व इंटरनल के नंबर महाविद्यालय की सेमेस्टर सेल द्वारा नहीं भेजे गए है। इस कारण यह रिजल्ट घोषित नहीं हुआ। 

इस प्रकार की लापरवाही को देखते हुए जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा जुर्माने के रूप में एक हजार रूपये प्रति छात्र के हिसाब से बसूले जा रहे है। इस पूरे घटनाक्रम के संदर्भ में गौरव नायक द्वारा कुल सचिव से बात की गई। तब जाकर उन्होंने इस पूरे प्रकरण की जानकारी ली कि महाविद्यालय द्वारा 31 मई 2012 को विश्वविद्यालय ने इंटरनल और प्रोजेक्ट के नंबर भेेजे है जो कि परीक्षा के 16 महीने बाद भेजे गए है। 

इस लापरवाही से दर्जनों छात्रों का भविष्य खतरे में आ गया है तथा कई छात्र आगे की पढ़ाई करना चाह रहे थे वह इस घटनाक्रम के कारण आगे नहीं पढ़ पाए। पीडि़त छात्र चित्रा नायक ने बताया कि वह पीएचडी करना चाह रहीं थी लेकिन वह रिजल्ट ने आने के कारण एक साल से परेशान हो रही है। यही बात समस्त पीडि़त छात्रों ने बताई तथा इस प्रकार के घटनाक्रम को लेकर वह गौरव नायक व छात्र संघ अध्यक्ष के साथ मिलकर माननीय न्यायलय की शरण मेें जाकर दोषी व्यक्तियों पर उचित कार्यवाही करने की मांग करेंगे। इस अवसर पर पीडि़त छात्र अनुभव परिहार, चित्रा नायक, सोनम पाराशर, चेतना वर्मा, ऐकता जैन, स्नेहा पुरी, कमलेश अहिरवार, सतीश शाक्य आदि ने हस्ताक्षर युक्त शपथपत्र गौरव नायक के माध्यम से अपने अधिवक्ता को प्रस्तुत कर दिया है।