कुख्यात डाकू पप्पू गूजर मारा गया

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शिवपुरी। बीती रात पुलिस ने लगभग 15 मिनिट तक चली मुठभेड़ में 25 हजार के इनामी डकैत पप्पू गुर्जर सहित चार डकैतों को मार गिराया। मृत डकैतों में से पप्पू गुर्जर और रामकिशन आदिवासी पर 25 हजार रूपये, रामखिलाड़ी पर 5 हजार रूपये तथा एक अन्य डकैत रामनाथ गुर्जर पर कोई इनाम घोषित नहीं था। एक डकैत पप्पू बहराई भाग निकलने में सफल रहा।

पुलिस को डकैतों के पास से हथियार(एक एसएलआर, दो बंदूकें), जिंदा कारतूस, पांच मोबाईल, सोलर प्लेट, बर्तन और खाने पीने का सामान भी मिला है। मुखबिर की सूचना पर यह मुठभेड़ टीआई रत्नेश तोमर की टीम ने की। आज सुबह आईजी यूसी षडंगी और कलेक्टर आरके  जैन भी एसपी आरपी सिंह के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। वरिष्ठ भाजपा नेत्री और सांसद यशोधरा राजे सिंधिया ने पुलिस की इस सफलता पर एसपी आरपी सिंह और उनकी टीम को हार्दिक बधाई दी है।

एसपी आरपी सिंह ने मुठभेड़ की जानकारी देते हुए बताया है कि बीते सोमवार को मुखबिर से जानकारी मिली कि सतनवाड़ा थाने से तीन किमी दूर एबी रोड़ पर एक नाले से गुजरकर गैंग पवा जाने के लिए रोड़ क्रास करने वाला है। इस सूचना पर एसपी ने एडी प्रभारी रत्नेश तोमर और उनकी टीम को डकैतों की घेराबंदी के लिए निर्देशित किया। रात 10 बजे के लगभग पुलिस टीम ने पुल के नजदीक एक झाड़ी पर मोर्चा संभाल लिया। अंधेरे में पुलिस टीम को कुछ लोगों के आने की आहट सुनाई दी। एडी प्रभारी श्री तोमर बताते है कि उजाली रात होने और नाईट विजन से पुलिस टीम को मदद मिली। सबसे पहले पुलिस टीम ने गोली चलाकर रामनाथ गुर्जर डकैत को मार गिराया। गोली की आवाज सुनकर अन्य डकैत गोली बरसाते हुए भागे।

लेकिन थोड़ी दूर पर ही पप्पू गुर्जर ढेर हो गया और फिर रामकिशन आदिवासी मारा गया। तब तक घायल डकैत रामखिलाड़ी सड़क पार कर दूसरी ओर पहुंच गया लेकिन वह इतना अधिक घायल हो गया था कि लगभग 200 मीटर भागने के बाद सड़क  के दूसरी ओर जंगल में उसकी लाश मिली। सफल मुठभेड़ की सूचना मिलने पर एसपी आरपी सिंह, एडीसनल एसपी यशपाल राजपूत और एसडीओपी संजय अग्रवाल घटना स्थल पर पहुंच गए। मृत डकैत पप्पू गुर्जर के पास से एक एसएलआर बंदूक बरामद हुई है। यह बंदूक पप्पू गुर्जर ने अशोकनगर से लूटी थी। पप्पू के पास से 113 जिंदा कारतूस और तीन मोबाईल भी बरामद किए गए।

रामकिशन आदिवासी की पीठ पर थैला बंधा हुआ था जिसमें तिरपाल दो मोबाईल, पांच सिमें 16 रूपये नगद और एक महिला का फोटो पर्स में से मिला है। रामकिशन के पास एक और थैला था जिसमें से सोलर प्लेट, बर्तन, तवा, खाने पीने का सामान आदि मिला है। रामकिशन के पास से 315 बोर की बंदूक मिली है। रामनाथ गुर्जर के पास से 12 बोर की बंदूक, 30 राउड एक मोबाईल आदि सामान बरामद हुआ है। डकैतों के अपराध का विवरण देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पप्पू गुर्जर के विरूद्ध 18, रामकिशन आदिवासी पर 8 और रामखिलाड़ी के खिलाफ हत्या, हत्या प्रयास, डकैती, लूट और अपहरण के मामले दर्ज है।

मुखबिर को मारने की नीयत से आया था पप्पू

सूत्र बताते है कि दो दिन पहले एक विवाह समारोह में पुलिस के कथित मुखबिर को मारने पप्पू गुर्जर अपने 6 अन्य साथियों सहित ग्राम मडेवा गया था और उसने गुर्जरों को बुलाकर मुखबिर के बारे में बातचीत की थी तथा कहा था कि उसी ने मुखबिरी कर मुठभेड़ कराई है। यदि ऐसा नहीं है तो वह मंदिर पर जाकर कसम खाए। पप्पू के डर से मुखबिर उसके सामने नहीं पहुंचा था और गांव वालों ने कह दिया था कि वह बाहर गांव गया हुआ है। इस पर पप्पू रवाना हो गया था लेकिन गांव वालों से उसने कहा कि पुलिस तुम्हें परेशान करेंगी। इसलिए तुम खुद थाने पहुंचकर बता आओं कि गांव में पप्पू आया था।

मुठभेड़ टीम का होगा प्रमोशन

आईजी षडंगी ने घटना स्थल पर पहुंचकर मुठभेड़ करने वाली टीम को शाबासी दी और कहा कि वह शासन को अनुशंसा करेंगे कि पप्पू गुर्जर गैंग को धराशायी करने वाली पुलिस टीम को पुरूस्कृत और पदोन्नति दी जाए। मौके पर पहुंचे आईजी ने पुलिसकर्मियों को शाबासी देते हुए इसी तरह अन्य छोटे-मोटे डकैतों के सफाए की बात भी कही।

जंगल वाले बाबा ने समर्पण के लिए चेताया था पप्पू को

जंगल वाले बाबा ने विगत वर्ष शिवपुरी के घने जंगल में चार्तुमास किया था। उस समय यह चर्चा सामने आई थी कि डकैत पप्पू गुर्जर जंगल वाले बाबा से बहुत प्रभावित है। इस पर जंगल वाले बाबा ने पप्पू गुर्जर के आत्मसमर्पण के प्रयास किए थे। लेकिन उन्हें सफलता हासिल नहीं हुई थी। यही कारण रहा कि जंगल वाले बाबा की चेतावनी के बाद भी जब इस डकैत ने नहीं मानी तो आखिरकार उसे पुलिस की गोलियों का शिकार होना पड़ा।
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