महात्मा गांधी नरेगा में अप्रैल माह में किए गए कार्यों पर आज जिलों की रैकिंग सूची जारी की गई। अप्रैल माह में रायसेन और शाजापुर जिले में बेहतर कार्य कर A+ ग्रेड पाया है। गत मार्च माह में भी शाजापुर जिले ने बेहतर कार्य कर प्रथम स्थान पाया था। जबकि शिवपुरी की स्थिति न खराब न अच्छी बनी हुई है।
मनरेगा में बेहतर कार्य करने वाले जिलों को प्रमुख सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती अरूणा शर्मा ने बधाई दी है। अप्रैल माह में रायसेन, शाजापुर, इन्दौर, हरदा, सीहोर, भोपाल, बैतूल, रीवा और जबलपुर को A ग्रेड मिला है। श्रीमती शर्मा ने रायसेन, नीमच, धार एवं नरसिंहपुर को अपनी रैंकिंग में 15 या 15 से अधिक पायदानों का सुधार करने पर भी बधाई दी।
प्रमुख सचिव श्रीमती शर्मा ने देवास, कटनी, सतना, शहडोल एवं मण्डला जिले के मनरेगा में किये गये कार्यों को गंभीरतापूर्वक सघन प्रयास कर सुधारात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। यह 5 जिले अप्रैल माह की रैंकिंग में अंतिम पायदान पर हैं।
उल्लेखनीय है कि मनरेगा में प्रदेश में संचालित विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं का ग्रामीणों के बीच अधिक से अधिक लाभ पहुँचाने के लिए मनरेगा क्रियान्वयन में और अधिक कसावट लाई जा रही है। अब मनरेगा क्रियान्वयन से जुड़े महत्वपूर्ण घटकों की प्रगति के आधार पर जिलों की रैंकिंग (A,B,C,D) की जा रही है। यह रैंकिंग 14 बिन्दुओं की प्रगति पर आधारित है।
ग्रामीणों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने के लिए साथ ही अच्छे कार्यों को पुरस्कृत करने के लिए यह प्रणाली प्रारंभ की गई है। तय किये गये मानकों की त्वरित पूर्ति, मजदूरी का समय पर भुगतान, अधिकारियों द्वारा क्षेत्र में किये जाने वाले दौरे, कार्य पूर्णता का प्रतिशत, ग्राम रोजगार सहायकों की नियुक्ति में तत्परता, शिकायतों का त्वरित निराकरण, किये गये कार्यों की एम.आई.एस. प्रविष्टि इत्यादि पर जिलों के कार्यों की रैंकिंग की जा रही है।
प्रमुख सचिव श्रीमती शर्मा ने देवास, कटनी, सतना, शहडोल एवं मण्डला जिले के मनरेगा में किये गये कार्यों को गंभीरतापूर्वक सघन प्रयास कर सुधारात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। यह 5 जिले अप्रैल माह की रैंकिंग में अंतिम पायदान पर हैं।
उल्लेखनीय है कि मनरेगा में प्रदेश में संचालित विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं का ग्रामीणों के बीच अधिक से अधिक लाभ पहुँचाने के लिए मनरेगा क्रियान्वयन में और अधिक कसावट लाई जा रही है। अब मनरेगा क्रियान्वयन से जुड़े महत्वपूर्ण घटकों की प्रगति के आधार पर जिलों की रैंकिंग (A,B,C,D) की जा रही है। यह रैंकिंग 14 बिन्दुओं की प्रगति पर आधारित है।
ग्रामीणों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने के लिए साथ ही अच्छे कार्यों को पुरस्कृत करने के लिए यह प्रणाली प्रारंभ की गई है। तय किये गये मानकों की त्वरित पूर्ति, मजदूरी का समय पर भुगतान, अधिकारियों द्वारा क्षेत्र में किये जाने वाले दौरे, कार्य पूर्णता का प्रतिशत, ग्राम रोजगार सहायकों की नियुक्ति में तत्परता, शिकायतों का त्वरित निराकरण, किये गये कार्यों की एम.आई.एस. प्रविष्टि इत्यादि पर जिलों के कार्यों की रैंकिंग की जा रही है।
Social Plugin