जब सुनवाई ही नहीं करनी तो ये लो इस्तीफा: मंजू गर्ग

शिवपुरी-शिवपुरी नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 6 मे पानी को लेकर राजनीति गर्मायी गई है। वार्ड 6 में पानी संकट को लेकर नपा में सुनवाई न होने के आरोप के बाद यहां के पार्षद मंजू गर्ग ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। भाजपा पार्षद ने आरोप लगाया है कि उनके वार्ड के साथ-साथ आसपास के वार्डो में पेयजल संकट विकराल रूप धारण कर चुका है और नगर पालिका मे बैठै जनप्रतिनिधि व अफसर उनकी कोई सुनवाई नही कर रहे है। वार्ड की जनता परेशान है और इस संकट के निराकरण के लिए दूर -दूर तक कोई उपाए नजर नही आ रहा है। इसी के चलते उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा है।
वार्ड 6 के भाजपा पार्षद मंजू गर्ग द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद नगर पालिका के साथ भाजपा मेें ही राजनीति माहौल गर्मा गया है। फिलहाल भाजपा पार्षद का इस्तीफा अभी स्वीकार नही किया गया है। भाजपा पार्षद का आरोप है कि नगर पालिका में इस समय हालात खराब है और यहां बैठे अफसर व कर्मचारी सुनवाई नही कर रहे है। उन्होंने कहा कि जनता इस भीषण गर्मी में पानी के लिए परेशान है और उनकी अपेक्षा पार्षद से रहती है मगर पार्षद तक की सुनवाई नपा में नही हो रही है इसलिए उन्होंने अपना इस्तीफा दिया है।

नगर पालिका में गड़बड़घोटाले का आरोप

अपना इस्तीफा देकर सुर्खियों मे आए मंजू गर्ग ने आरोप लगाया है कि पानी के नाम पर नगर पालिका में जमकर गड़बड़घोटाला चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पिछले कई दिनों से मोटर डालने और उसे सुधारने के नाम पर मनमानी चल रही है और फर्जीबाडा कर नपा में बजट में सेंध लगाई जा रही है। मोटर डालने व बदलने के नाम पर अनियमितता बरती  जा रही है। उन्होंने अपने वार्ड का जिक्र करते हुए कहा कि उनके वार्ड 6 से शहर के आधा दर्जन वार्डो को पानी की सप्लाई की जाती है मगर मोटर बोर में न बदलने के कारण व्यवस्था ठप्प पडी है। कई बार इस संबंध में उन्होंने नपा मेें अध्यक्ष रिशिका अष्ठाना व सीएमओ पीके द्विवेदी, जल प्रभारी एई केएम गुप्ता को अवगत कराया है मगर हालातों में किसी तरह का कोई सुधार नही किया गया।

पानी का संकट गहराया

भीषण गर्मी के इस दौर के बीच शहर में पानी का संकट गहरा गया है। कई वार्डो में हालत यह है कि लोगो को पीने के पानी के लिए सारे काम धंधे छोड़कर पेयजल की व्यवस्था करना पड़ रही है। नगर पालिका का दावा है कि प्रत्येक वार्ड में पानी सप्लाई के लिए टैकर लगाए गए है मगर इन दावो की हकीकत तब सामनें आ जाती है जब वार्डवासियों को पानी के लिए भटकते देखा जाता है। कई वार्डो में स्थिति यह है कि पानी के टैंकर पहुंच नही रहे है। कागजों में ही इनका वितरण दिखाया जा रहा है। इसी तरह टयूवबैलो में पानी मोटर सुधारने के काम मेें भी जमकर घपला किया जा रहा है। इन मोटरों को सुधारने के काम में समयसीमा का कोई ध्यान नही रखा जा रहा है।