शनिचरी अमावस्या: मंदिरों में लगेगा भक्तों का जमाबड़ा

शिवपुरी-शहर के प्रसिद्घ श्री नवग्रह मंदिर एवं छत्री रोड स्थित एक मात्र शनि मंदिरों पर कल भक्तों का जनसैलाब उमड़ेगा। इसके साथ-साथ अन्य सभी शनि मंदिरों पर भी शनि भक्तों का एक तरह से मेला लगेगा। जहां आने वाले भक्त शनि के प्रकोप से बचने के लिए उनकी आराधना करते नजर आऐंगे। शनिचरी अमावस्या के चलते लोगों में यह ज्यादा महत्व रखता है कि इस दिन शनिदेव की पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाऐं पूर्ण होती है। इस के लिए भक्तों में उत्साह भी नजर आ रहा है।


यहां बताना होगा कि प्रति शनिचरी अमावस्या के दिन शनि मंदिरों पर भक्तों का तांता लगता है। जहां शनिचरी अमावस्या को शनि आराधना करने से कष्टïों से मुक्ति मिलती है। शनि देवी की आराधना के लिए शनि मंदिरों पर आकर्षक विद्युत सजावट एवं मंदिरों में रंग-रोगन की तैयारियां अंतिम चरण में है। नवग्रह मंदिर पर जहां नौ देवताओं का वास है वहीं शहर के एक मात्र शनि मंदिर जो छत्री मार्ग पर स्थित है यहां भी अब भक्तों की लंबी लाईन कतार देखी जा सकती है। 

यहां मंदिर के पुजारी राजू जोशी का कहना है कि शनि देव का यह छोटा सा मंदिर धीरे-धीरे बड़ा स्वरूप लेता जा रहा है यहां आने वाले भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाले शनिदेव की विशेष कृपा पाने वाले भक्त प्रति शनिवार को न केवल पूजा-अर्चना करते है बल्कि यहां कन्याभोज में भी सहयोग करते है। पुजारी राजू जोशी ने बताया कि शनि मंदिर पर अब तक 38 कन्याभोज पूर्ण हो चुके है और 108 कन्याभोज करने का संकल्प लिया गया है। शनिचरी अमावस्या को की जाने वाली पूजा अर्चना से विशेष पुण्यदायी फल भी मिलता है जिसका परिणाम आज यह है कि यहां धीरे-धीरे इकाई-दहाई से शुरू होने वालों भक्तों का आंकड़ा आज सैकड़ों और कल हजारों पर पहुंचेगा। पुजारी के राजू जोशी ने सभी भक्तजनों से आग्रह किया है कि शनिदेव की पूजा करने का सबसे बड़ा अवसर शनिचरी अमावस्या होता है इसलिए ऐसे अवसर का लाभ उठाकर ईश्वरीय आराधना अवश्य करें।