यहां तो पूरे कुऐं में घुल गई भांग

संजीव पुरोहित
शिवपुरी-जिले के पिछोर व खनियाधाना क्षेत्र में इन दिनों हालात बिगड़ते ढर्रे पर है। क्योंकि यहां आम जनमानस अपराधों के गर्त में फंसता जा रहा है। इन्हें निकालने के यहां ऐसे कोई प्रयास नहीं किए जा रहे जिससे वह अच्छी खासी जिंदगी बसर कर सके। क्षेत्र में आए दिन अवैध उत्खनन, बैंकों से मिल रहे नकली नोट , अवैध रूप से हो रही गैस रिफ्लिंग का काम, नियम कानूनों को ताक पर रखकर संचालित हो रहे ओवरलोड वाहन, छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़ों की मटियामेट करता सट्टा और दिन प्रतिदिन बढ़ता काईम ग्राफ यहां थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते कुछ दिनों पर गौर करें तो यहां दो मासूमों की मौत ने भी क्षेत्र की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है क्योंकि ये दो मासूम बड़े भोले थे जो महज एक छोटी सी फटकार के कारण असमय ही मौत के शिकार हो गए। यूं तो पुलिस ने इस मामले में गुत्थी सुलझा ली है परन्तु डबरा-टीला में दो सहेलियों ने फंासी लगाकर की आत्महत्या का मामला अभी भी अबूझ पहेली बना हुआ है।
पिछोर व खनियाधाना क्षेत्र में देखा जाए जो जनसेवा के नाम पर अपने अवैध कार्यों को अंजाम देने वाले भाजपा नेता हरिगोपाल शर्मा के निवास पर छापा मारा तो यहां से उनके छोटे भाई राजू शर्मा द्वारा किए जा रहे गांजे के व्यापार का मामला सामने आया। इसके बाद खनियाधाना में तो कलियुग की पराकाष्ठा को मात देता मामला सामने आया जहां ग्राम खजरा में एक सास शीला ने पारिवारिक विवाद का बदला लेने के लिए अपनी ही रामबाई(परिवर्तित नाम)बहू का बलात्कार अपने मिलने वाले युवक रामवरण से कराया। जब इस मामले में सुसरालीजनों की कोई दखलदांजी पीडि़त बहू को नहीं दिखी तो उसने हिम्मत जुटाई और इस पूरे वाक्ये को पुलिस के समक्ष कह सुनाया। जिस पर पुलिस ने पीडि़त बहू की रिपोर्ट पर आरोपी रामवरण यादव, पीडि़ता के  पति सुनील, सास शीला व ममिया ससुर बादाम सिंह के खिलाफ धारा 376, 3(2)5 एससीएसटी एक्ट के तहत प्रकरण कायम कर लिया।

क्षेत्र में यह घटना ही नहीं बल्कि अभी कुछ दिनों पहले ही अवैध शराब का कारोबार भी यहां से पकड़ा गया। जिसमें महिलाओं की भूमिका रही। साथ ही बैंकों से निकलने वाले नोटो में भी नकली नोट का मामला खूब उछला। जहां पिछोर व खनियाधाना में आए दिन नकली नोट मिलने से क्षेत्र में समय-समय पर सनसनी फैलती रही। यहां अवैध रूप से गैस रिफ्लिंग का कारोबार भी धड़ल्ले से जारी है। जगह-जगह बिना अनुमति के गैस रिफ्लिंग के बढ़ते कारोबार से कभी भी कोई बड़ा हादसा घटित हो जाए तो इससे इंकार नहीं किया जा सकता है। कई बार यहां गैस रिफ्लिंग संचालकों के विरूद्ध मुहिम भी चलाई गई लेकिन कुछ देर चलने के बाद यह कार्यवाही फिर से शून्य है और एक बार फिर से यहां अवैध गैस रिफ्लिंग का कारोबार किया जा रहा है।

क्षेत्र में ओवरलोडिंग से भरे वाहन भी दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे है। जहां समय-समय पर जीप, टैक्सी, मैजिक वाहन सहित बस में भी संख्या से अधिक सवारियों को बिठाकर सफर कराया जा रहा है जिससे बड़ा हादसे होने की संभावना बलबती हो रही है। इस ओर यातायात महकमा भी कोई कार्यवाही नहीं कर पा रहा जिससे ओवर लोडिंग का यह कारोबार भी यहां अच्छा खासा फलफूल रहा है।

क्षेत्र में सटोरियों का बोलबाला भी सिर चढ़कर बोल रहा है यहां एक के बदले 80 के फेर में न केवल पुरूष अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे है बल्कि बच्चे और महिलाऐं भी सट्टे के लालच में अपनी गढ़ाई कमाई का पैसा डूबने में लगी है। यहां पुलिसिया कार्यवाही महज दिखावा है जिसके चलते क्षेत्र में आए दिन सटोरिए अपनी दुकानें खुले रूप से संचालित किए हुए है। सटोरियों पर लगाम लगाना आवश्यक है ताकि गरीब परिवार दो वक्त के भोजन की कमाई को व्यर्थ में ना गंवा सके। क्षेत्र में बढ़ते अपराध भी कम होने का नाम नहीं ले रहे है। जिसके चलते आए दिन कहीं मासूम खुद को आत्महत्या करने से नहीं रोक पा रहे है तो कहीं बढ़ते अपराध के कारण हत्या, लूट, बलात्कार की घटनाऐं भी बढ़ रही है। इस तरह देखा जाए तो संपूर्ण पिछोर व खनियाधाना में इन अपराधों पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया तो आगे चलकर इसके कई गंभीर परिणाम नजर आऐंगे। पुलिस व प्रशासन को पिछोर व खनियाधाना हो रहे इन अवैध कारोबारों पर रोक लगाना होगी साथ ही युवाओं को प्रेरणादायक कार्य बताए जाऐं ताकि वह अपने जीवन को व्यर्थ में ना गंवाए।