आलू चोरी की गिल्ट फीलिंग के चलते की थी दो छात्रों ने आत्महत्या

पिछोर. बीते 7 मार्च को ग्राम नावली में दो युवकों प्रमोद व शिशुपाल की आत्महत्या के मामले की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। यहां पुलिस ने बताया है कि गुंज के पेड़ पर 7 मार्च को रस्सी से फांसी लगाकर मरने वाले प्रमोद पाल उम्र 15 वर्ष एवं शिशुपाल उम्र 14 वर्ष की मौत के कारण पुलिस जांच में स्पष्ट हो गया है कि दोनों बच्चों ने पड़ौसी के खेत में से आलू चुराकर खाने व आदीराम पाल ने इसकी शिकायत उनके घरवालों से करने घरवालों द्वारा नेक नीयत से दोनों बच्चों को समझाने बुझाने व आगे से चोरी नहीं करने की हिदायत देने की बात को दिल पर लेकर ही आत्मघाती कदम उठाया था। पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह ने बताया कि इस घटना को विभाग ने संवेदनशल तरीके से लिया और घटना को लेकर आई.जी. व डीआईजी को भी घटना के बारे में बताया।


जहां जांचकर्ता पुलिस अधिकारी थाना प्रभारी भौंती एवं एसडीओपी पिछोर राकेश शर्मा का घटनास्थल को सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए थे। जहां इस जांच में पता चला कि 5 मार्च का रात्रि 7:30 बजे से 8:00 बजे लगभग प्रमोद पुत्र भागीरथ पाल व शिशुपाल पुत्र चिन्टू पाल एवं चन्द्रभान पुत्र रमेश पाल अपने खेत की फसल को आवारा मवेशी से बचाने के लिए खेत पर थे तभी तीनों ने प्रमोद पाल के खेत से लगे जितेन्द्र सिंह चौहान उर्फ दाऊ के खेत में से चोरी से आलू खोदकर भुन्जकर खा लिए। 

जब यह लोग आलू उखाड़ रहे थे तो गांव के ही चीनी केवट ने इन्हें टोका तथा सुबह चीनी केवट ने रामस्वरूप को व रामस्वरूप ने आदिराम पाल को लड़कों द्वारा आलू चुरा  लेन की बात बताई। जिसकी शिकायत आदिराम पाल द्वारा इन तीनों लड़कों की शिकायत इनके परिजनों से की गई। घरवालों द्वारा सुधार लाने के लिए बच्चों को समझाया गया एवं मासूम बच्चों ने इस नेक समझाईश को अपने दिल पर ले लिया। खेत पर खाना ले जा रहे इन प्रमोद व शिशुपाल ने इस बात को लेकर रस्सी से लटकर फंासी लगा ली। पुलिस ने इस मामले की गुत्थी सुलझा दी है।