पुलिस अनजान: क्यों फांसी पर झूल गईं थीं दो सहेलियां

शिवपरी. नव युवाओं के मन में पता नहीं ऐसा क्या भर जाता है कि वह किसी दु:खद हादसे का शिकार हो जाते है। कुछ ऐसा ही देखने को मिला है जिले के करैरा क्षेत्रांतर्गत आने वाले ग्राम दबरा टीला और ग्राम नावली में दो युवकों की आत्महत्या के मामले में जहां इन दोनों ही मामलों में किन कारणाों से ऐसा कदम उठाया गया। इसके कारणों का पता नहीं चल सका। इन घटनाओं ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और लोग इनके कारणों को खोजने के लिए तरह-तरह की बातें कर रहे है। असल में देखा जाए तो इन दोनों ही मौतों के प्रकरण में यह मौतें अबूझ पहेली बनी हुई है। फिलहाल पुलिस भी मामले की पतारसी में लगी है परन्तु कोई निष्कर्ष सामने नहीं आया है जबकि युवकों की पीएम रिपोर्ट आने के बाद उसमें आत्महत्या की पुष्टि हुई है लेकिन दोनों सहेलियों के मामले का ख्ुालासा अभी नहीं हो सका है।
उल्लेखनीय है कि करैरा थाना क्षेत्र के ग्राम दबरा निवासी दुर्गेश पुत्री मानसिंह लोधी उम्र 19 साल, भूरी पुत्री भरत लोधी उम्र 16 साल बीते रोज रात के समय घर से घास काटने के लिए निकली थी। देर शाम तक जब दुर्गेश और भूरी घर वापिस लौटकर नहीं आई तो इनके परिजनों द्वारा इनकी हर संभावित स्थान पर छानबीन की लेकिन दोनों ही लड़कियों का कहीं पता सिरा नहीं चला। भूरी के परिजन जब खेत पर देखने गए तो वहां का नजारा देखकर उनकी आंखे खुल की खुली रह गई। खेत पर स्थित आम के पेड़ पर भूरी एवं दुर्गेश की लाशें उनके ही दुपट्टे से लटकी थी। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने लाशों को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है। अभी तक यह खुलासा नहीं हो सका है कि दुर्गेश एवं भूरी ने आत्महत्या की है या फिर उन्हें मारकर फांसी पर लटकाया गया है। देर शाम घटना की जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक आर पी सिंह भी मौका मुयाना करने के लिए डबरा टीला जा पहुंंचे थे।