ब्लेक में बिकने जा रहा गरीबों का गेहू पकडा

शिवपुरी/पिछोर. शासकीय उचित मूल्य की दुकान ग्राम सुजवाहा पर प्रशासन द्वारा कार्यवाही करते हुऐ बाजार में बिकने जा रहा 22 क्विटल गेंहू पकड़ा गया। इस मामले में पुलिस ने दुकान के सेल्समैन व ट्रेक्टर संचालक के विरूद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछेार एसडीएम उमेश शुक्ला को इस आशय की सूचना मिली कि शासकीय उचित मूल्य की दुकान ग्राम सुजवाहा से गेंहू अबैध रूप से बाजार में बिकने जा रहा है इस पर से छापा मार कार्यवाही करते हुऐ मौके पर जब एसडीएम पहुंचे तो उन्होंने पाया कि 22 क्ंिवटल गेंहूं का बारदाना दुकान विक्रेता दीपक गुप्ता द्वारा बदल दिया था, जिसे ट्रेक्टर में लादा जा रहा था जब टेक्टर में दो क्विंटल गेंहू ही लद पाया था कि एसडीएम की गाड़ी देख विक्रेता द्वारा दुकान का ताला लगा दिया गया जिसे खुलवाते हुऐ गेंहू को जप्ति में लेकर दुकान को सील्ड किया गया इधर मौका देख टे्रक्टर वहॉ से भाग निकला। दुकान के सेल्स मेन दीपक गुप्ता के विरूद्ध आवश्यक बस्तु अधिनियम के तहत कार्यवाही प्रस्तावित की गई एवं  टे्रक्टर संचालक पर कार्यवाही जारी है।
 
तथाकथित आरोपी पीडीएस के सर्वेसर्वा -  
पिछोर क्षेत्र में यह बात जगजाहिर है कि वर्तमान में जो पीडीएस के सर्वेसर्वा बने बैठे है वही शासकीय खाद्यान की कालाबाजारी फर्जीबाडा के सवसे बडे आरोपी हैं यह बात केवल पिछोर में ही नही बल्कि विधान सभा तक गूॅज रही है बाबजूद इसकेे  प्रशासन की शह के चलते इन आरोपयिों के खिलाफ अब तक कोई बडी कार्यवाही नही की गई है जिससे दिन रात इस क्षेत्र की उचित मूल्य की दुकानेा से खाद्यान सीधा सेठो के गोदामों में पहुच रहा है जिसकी एक बानगी आज सुजवाहा उचित मूल्य की दुकान पर देखने को मिली गोरतलब है कि आरोपी दीपक गुप्ता पूर्व से ही पिछोर में हुए बडे खाद्यान घोटाले का एक प्रमुख सहयोगी है।
 
फूड इंसपेक्टर ने जानकारी देने में किया गुमराह- 
जब इस प्रकरण के संबध में जिला खाद्य अधिकारी सूरज सिंह कुशवाहा से जानकारी चाही तो उन्होने झल्लाते हुए जानकारी देने से मना करते हुए पत्रकारो को गुमराह किया जिससे यह उहापेाह की स्थिति बनी रही कि दुकान किसके नाम है कौन विक्रेता है तथा आज किस आरोपी पर क्या कार्यवाही की गई मामले में फूड इसंस्पेक्टर की भूमिका संदेहास्पद रही।