7 दिन बाद शिवपुरी में शुरू हुई सर्राफा व्यापारियों की हड़ताल


शिवपुरी-केन्द्रीय बजट में स्वर्ण आभूषणों की खरीद पर 4 प्रतिशत की दर से एक्साइज ड्यूटी लगाने के विरोध में देश भर के सर्राफा बाजार पिछले सात दिनों से लगातार बंद चल रहे हैं। देश भर में चल रही इस अनिश्चितकालीन हड़ताल को देखते हुए अब शिवपुरी के सर्राफा व्यापारी भी हड़ताल में शामिल हो गए।
सर्राफा संघ शिवपुरी की सलाहकार समिति के सदस्य तेजमल सांखला ने कर वृद्धि का विरोध करते हुए कहा है कि इससे न केवल भ्रष्टाचार पनपेगा, बल्कि आम आदमी विवाह समारोह आदि के लिए महंगाई के कारण स्वर्ण आभूषण नहीं खरीद पाएगा। विरोध प्रदर्शन को गति देते हुए सर्राफा व्यवसाय संघ ने कैण्डिल मार्च लेकर शहर में प्रदर्शन किया। कल भी सर्राफा बाजार बंद रहेगा और परसो गांधी चौक पर सर्राफों द्वारा धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा।

विदित हो कि वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी ने केन्द्रीय बजट में स्वर्ण आभूषणों की खरीद पर 4 प्रतिशत एक्साइज ड्यूटी लगाने की घोषणा की। इससे स्वर्ण आभूषणों की कीमत एक हजार रुपए तौले तक बढ़ जाएंगी और इसका भार उपभोक्ता पर पड़ेगा वहीं इससे व्यवसाय भी बुरी तरह प्रभावित होगा और चाहते हुए भी उपभोक्ता स्वर्ण आभूषणों की खरीद से परहेज रखेगा। इस कर की वृद्धि से भ्रष्टाचार में भी वृद्धि होने की आशंका है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए देशभर के सर्राफा बाजारों ने 17 मार्च शनिवार से 21 मार्च बुधवार तक बंद रखा। इसी कड़ी में शिवपुरी के सर्राफा बाजार भी बंद रहे और व्यवसायियों ने जहां ज्ञापन देकर अपनी भावनाओं को केन्द्र सरकार को अवगत कराया वहीं वित्तमंत्री के पुतले का भी दहन किया। लेकिन सरकार पर इन विरोध प्रदर्शनों का कोई असर नहीं पड़ा और 22 मार्च से बाजार खुल गए। इसकी तीखी प्रतिक्रिया स्वरुप अखिल भारतीय सर्राफा एसोसिएशन ने अनिश्चितकालीन बंद का आव्हान कर 24 मार्च से हड़ताल का फैसला किया। शिवपुरी जिले के समस्त सर्राफा बाजार केन्द्र सरकार के फैसले के विरोध में हड़ताल पर रहे। आज दुकानों पर ताले लटके रहे। कोई खरीद-फरोख्त नहीं हुई और उपभोक्ता आभूषणों की खरीद के लिए भटकते देखे गए। सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम सर्राफ, महासचिव मनीष अग्रवाल, वरिष्ठ व्यवसायी हर्षवर्धन कोचेटा, विनोद मित्तल, प्रदीप काष्ठया आदि ने बताया कि जब तक उनकी मांगें पूर्ण नहीं होती तब तक सर्राफा बाजार अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेंगे। 

गणगौर का त्यौहार फीका रहने की उम्मीद 
शिवपुरी जिले के सर्राफा व्यवसायियों की हड़ताल के कारण सुहागनों का त्यौहार गणगौर फीका रहने की उम्मीद है। इस त्यौहार को मनाने हेतु उपभोक्ता आज दिनभर सुहाग की वस्तुएं बिछुड़ी, तौडिय़ा, मंगलसूत्र आदि की खरीद के लिए भटकते देखे गए, लेकिन कोई भी दुकान खुली नहीं मिली। यहां तक कि गलीकूचे की छोटी-छोटी दुकानें भी बंद थीं। ग्राम फतेहपुर के कृषक नक्टूराम ने बताया कि तौडिय़ा, बिछुड़ी न मिलने से वे कैसे गणगौर मना पाएंगे। गणगौर का त्यौहार 26 मार्च को है और शिवपुरी में यह त्यौहार खासे उत्साह के साथ मनाया जाता है।