किसानों को मोबाइल पर मिलेगी गेहूँ बेचने की तारीख

योगेश शर्मा
भोपाल. इस साल किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदे जाने की तैयारियाँ अब अंतिम दौर में हैं। पूरे प्रदेश में 15 मार्च से खरीदी एक साथ शुरू की जायेगी। राज्य सरकार द्वारा इस बार अपनाई जा रही ई-उपार्जन प्रक्रिया में किसानों के ऑनलाइन पंजीयन के साथ ही दूसरी महत्वपूर्ण कड़ी उन्हें खरीदी की तारीख, जगह आदि के बारे में पहले से सूचना भेजने की है। इस काम को SMS के जरिये करने की तैयारियाँ पूरी कर ली हैं।


देश में सबसे पहले जॉन किंग्सली ने हरदा में किया था यह प्रयोग

उल्लेखनीय है कि पिछले साल गेहूँ खरीदी के लिये प्रदेश के हरदा जिले में एसएमएस का पहला प्रयोग कामयाब साबित हो चुका है। यह प्रयोग आईएएस जॉन किंग्सिली ने किया था जो उस समय हरदा कलेक्टर थे और इन दिनों शिवपुरी कलेक्टर हैं। इसकी किसानों ने ही नहीं, केन्द्र सरकार ने भी तारीफ की है। इसके मद्देनजर ही अब पूरे प्रदेश में यह व्यवस्था लागू की जा रही है। खरीदी के दौरान अपनी बारी के इंतजार में गेहूँ बेचने वाले किसानों को केन्द्रों पर पहुँच कर काफी भीड़ और इस दौरान वहाँ रुकने तथा अन्य तकलीफों का सामना करना पड़ता था। होशंगाबाद और हरदा जैसे बड़ी मात्रा में खरीदी करने वाले जिलों में तो यह मुश्किलें और ज्यादा थीं।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई

पिछले साल की स्थिति का आकलन कर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शुरू होने जा रहे इस उपार्जन सीजन के दस महीने पहले ही संबंधित विभागों को एसएमएस योजना तैयार करने को कह दिया था। उनके निर्देश पर त्वरित कार्रवाई कर खाद्य विभाग और इससे संबंधित इकाइयों ने बीते महीनों के दौरान सभी जरूरी और तकनीकी औपचारिकताएँ तथा व्यवस्थाएँ पूरी कर इस योजना को अमल के लिये तैयार कर लिया।

दो बार जायेगा SMS
पहला एसएमएस संबंधित किसानों को 15 मार्च के पहले भेजा जायेगा। इसमें उन्हें गेहूँ बेचने खरीदी केन्द्र पर पहुँचने की तारीख, खरीदी केन्द्र और बेचे जाने वाली मात्रा की जानकारी शामिल होगी। दूसरा एसएमएस संबंधित किसान को पहले तय की जा चुकी खरीदी की तारीख के चार दिन पहले स्मरण की मंशा से भेजा जायेगा।

अग्रिम पंजीयन के दौरान किसानों से पूरी जानकारी हासिल की जा चुकी है। इसमें उनके मोबाइल फोन नंबर भी शामिल हैं। इन्हीं नंबरों पर एसएमएस भेजे जायेंगे। इस व्यवस्था से किसानों के समय की बचत होगी और उन्हें भीड़-भाड़ की परेशानियों से छुटकारा मिल जायेगा। इसी तरह उनसे ली जाने वाली तय मात्रा के चलते उन्हें अतिरिक्त मात्रा के पहले से मालूम होने से परिवहन की दिक्कत भी नहीं उठानी पड़ेगी। सर्विस प्रोवाईडर मात्र 2 पैसे प्रति एसएमएस की दर पर यह सुविधा जुटा रहा है और यह खर्च भी सरकार उठायेगी।