मानव अधिकार दिवस के मौके पर हुआ सेमीनार का आयोजन

शिवपुरी. अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस पर शनिवार को मप्र मानव अधिकार आयोग और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से महिलाओं का सामाजिक परिवेश एवं अधिकार विषय पर एक सेमीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलक्टर जॉन किंग्सली ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों को पहचानना होगा और इन अधिकारों का उपयोग करना होगा। कलक्टर ने गिरते शिशु लिंगानुपात को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि महिलाएं चाहें तो कन्या भू्रण हत्या जैसे कृत्यों को रोका जा सकता है।
सेमीनार में कलक्टर ने कहा कि शासन ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं संचालित की हैं जिसमें मध्यान्ह भोजन समूह के माध्यम से बनाना मगर इन समूह संचालक का कार्य महिलाओं के हाथ में न होकर पुरूषों के हाथ में है। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं के लिए कई योजनाएं और कानून हैं मगर इनका उपयोग स्वयं महिलाओं को करना होगा तभी महिला सशक्त हो पाएगी। शिवपुरी के मुढेरी गांव का जिक्र करते हुए कलक्टर ने कहा कि इस गांव की महिलाओं ने आगे आकर शोचालय निर्माण में रूचि दिखाई है जिसका परिणाम यह है कि 300 घरों में शौचालय निर्माण किए जा रहे हैं। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह ने कहा कि महिलाएं सबसे शक्तिशाली हैं, पुरूषों को इस बात को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं की इच्छाशक्ति दृढ़ हो जाए तो नारी शक्तिकरण का नारा अपने आप बुलंद हो जाएगा। उन्होंने कहा  कि महिलाएं आत्म विश्वास पैदा करें। कार्यक्रम में अपर कलक्टर आरबी प्रजापति, संयुक्त कलक्टर अनिल चांदिल, महिला एवं बाल विकास अधिकारी एस मिश्रा, सिविल सर्जन डॉ. गोविंद सिंह, सीएमएचओ आरएस दण्डौतिया, आयोग मित्र आलोक एम इंदौरिया भी मौजूद थे। कार्यक्रम में आभार व्यक्त आरसीएल जाटव ने किया। मंच का संचालन अतुल गौड़ ने किया।