श्वेताम्बर श्रीसंघ द्वारा भव्य बरघोड़ा

शिवपुरी-श्री जैन श्वेताम्बर श्रीसंघ द्वारा आज शहर में भव्य बरघोड़ा निकाला गया।  यह बरघोड़ा प्रसिद्ध मुनिश्री चिन्दानंद जी महाराज एवं लक्ष्मीचंद विजय जी म.सा. के साथ साध्वी पूर्ण प्रज्ञाश्री जी म.सा. आदि ठाणा 4 की निश्रा में हुई तपस्याओं की अनुमोदनार्थ निकाला गया। जिसमें जैन समाज के महिला-पुरूष व बच्चों भी शामिल हुए। श्री जैन श्वेताम्बर मंदिर आराधना भवन से निकलकर यह बरघोड़ा अस्पताल चौराहा, गणेश चौक होते हुए आर्य समाज रोड से निकलकर माधवचौक से और कोर्ट रोड होता हुआ श्री जैन श्वेताम्बर मंदिर पहुंचा।


जगह-जगह जैन समाज द्वारा बरघोड़ा का स्वागत किया गया। जहां मुनिश्री चिदानंद जी विजय जी म.सा. के सानिध्य में चार्तुमास के दौरान उपवास व आराधना करने वाले जैन तपस्वीयों का सम्मान किया गया। इस दौरान समाज के अध्यक्ष दशरथ मल सांखला द्वारा बाहर से आए हुए अतिथियों का भी सम्मान किया गया। इस अवसर पर मुनिश्री चिदांनद जी म.सा. ने कहा कि भगवान महावीर के आर्शीवाद स्वरूप की गई आराधना के सानिध्य में किए गए व्रत उपवास में छोटे-छोटे बच्चों, महिला-पुरूषों ने कठिन तपस्या कर न केवल अपना कल्याण किया बल्कि परिवार व समाज के कल्याण को सोच को भी फलीभूत किया है। जिन तपस्वीयों ने इन कठिन तपस्याओं मन, काया और वचन से पूर्ण किया है निश्चित रूप से इन सभी की मनोकामनाऐं तो पूर्ण होंगी इन्हें इनका फल भी सुखदायी प्राप्त होगा। मुनिश्री के सानिध्य में सभी तपस्वियों को स्मृति स्वरूप सम्मान पत्र प्रदान किया गया।
 
ट्रेक्टर-ट्राली व बग्गी में निकले तपस्वी 
श्री जैन श्वेताम्बर संघ द्वारा चार्तुमास समापन के अवसर पर निकाले गए भव्य बरघोड़ा में जहां महिला-पुरूष पैदल चल रहे थे वहीं पीछे मुनिश्री चिदानंदजी, लक्ष्मीचंद विजय म.सा., साध्वी पूर्ण प्रज्ञाश्री जी आदि ठाणा अपने संघ के साथ चल रहे थे। इस अवसर पर तपस्या करने वाले तपस्वी टे्रक्टर-ट्रॉली व बग्गी में सवार होकर चल रहे थे। बैण्ड-बाजों और नगाड़ों की थाप पर निकले इस बरघोड़ा  का स्वागत करने व मुनिश्री से आशीर्वाद लेने के लिए हर आदमी बरघोड़ा का स्वागत करता नजर आया वहीं मुनिश्री से आशीर्वाद भी लिया। इस अवसर पर बरघोड़ा उपरांत मुनिश्री के आशीर्वचन हुए।
 
कल्पद्रुम महामण्डल विधान का होगा समापन, कल निकलेगी गजरथ यात्रा

शिवपुरी- बीते 12 नवम्बर से 20 नवम्बर तक आयोजित श्री चंद्रप्रभु जिनालय मंदिर निचला बाजार के कल्पद्रुम महामण्डल विधान का समापन बड़े ही उत्साह के साथ किया गया। जहां आचार्य श्री विराग सागर जी महाराज एवं आचार्य श्री विमर्श सागर जी महाराज के सानिध्य में आयोजित श्री कल्पद्रुम महामण्डल विधान के समापन अवसर पर आयोजन स्थल गांधी पार्क मैदान में जैन समाज शिवपुरी ही नहीं बल्कि करैरा, अशोकनगर, दतिया, झांसी, ललितपुर से भी जैन समाज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और श्री चंद्रप्रभु जिनालय मंदिर पर भव्य कलशारोहण व ध्वजारोहण का धर्मलाभ लेने के लिए दिल खोलकर बोलियां लगाई। प्रात: 8 बजे से कल्पद्रुम महामण्डल विधान में शामिल जैन समाज के महिला-पुरूष द्वारा 108 फेरी लगाई गई तत्पश्चात विधानाचार्य द्वारा कल्पद्रुम महामण्डल विधान कराया गया इसके बाद आचार्य श्री विराग सागर जी एवं विमर्श सागर जी महाराज ने जीवन जीने की कला पर प्रवचन दिए और मन-कर्म-वचन से शुद्ध होने पर यह संसारी प्राणी अपने मोक्ष को प्राप्त कर सकता है के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर जैन समाज द्वारा पाद प्राच्छालन एवं महाआरती की गई। साथ ही सौधर्म का लाभ प्राप्त करने वाले इन्द्र व इन्द्राणी द्वारा विधान कराया गया। इन कार्यक्रमों के पश्चात श्री जैन चन्द्रप्रभु जिनालय के लिए आचार्य श्री के सानिध्य में जुलूस निकाला गया यह जुलूस गांधी पार्क से होकर श्री चंद्रप्रभु जिनालय पहुंचा जहां लाभार्थी द्वारा कलशारोहण व ध्वजारोहण किया गया। कार्यक्रम समापन के साथ कल 21 नवम्बर को गजरथ यात्रा महोत्सव का आयोजन किया गया जहां गजरथ यात्रा शहर का भ्रमण करते हुए निकाली जाएगी जिसका समापन भी श्री चंद्रप्रभु जिनालय मंदिर पर किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में सकल जैन समाज बढ़-चढ़कर भाग ले रहा है।