लोकसभा चुनाव: कांग्रेस में सिंधिया और दिग्विजय सिंह को लेकर सस्पेंस | Shivpuri News

भोपाल। कांग्रेस में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की सीट को लेकर सस्पेंश बना हुआ है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह को सलाह दी थी कि वह कांग्रेस की सबसे कमजोर सीट से चुनाव लड़ें और उनकी चुनौती को स्वीकार कर दिग्विजय सिंह ने कहा था कि राहुल गांधी जहां से भी कहेंगे वह वहां से चुनाव लड़ेंगे। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के हालांकि गुना अथवा ग्वालियर सीट से चुनाव लडऩे की चर्चा है, लेकिन उन्होंने भी कहा है कि राहुल गांधी की इच्छानुसार वह उनकी पंसदीदा सीट से चुनाव लड़ेंगे। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस में कमलनाथ के हाथों टिकट वितरण की कमान रहने की उम्मीद है। 

कांग्रेस में कई सीटों पर समीकरण बनते और बिगड़ते नजर आ रहे हैं। यहीं कारण है कि पार्टी अभी तक मध्यप्रदेश में नाम फाइनल नहीं कर पा रही है। मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने स्तर पर भी सर्वे करा रहे हैं ताकि वास्तविक स्थिति को भांपा जा सके। उसके बाद नाम फाइनल किए जाएंगे। मुरैना से कांग्रेस नेता रामनिवास रावत का नाम पहले फाइनल माना जा रहा था, लेकिन अब पैनल में जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश मावई, प्रद्युम्र सिंह तोमर के भाई देवेंद्र तोमर, मनोज पाल का नाम भी जुड़ गया है। 

प्रियदर्शनी राजे के ग्वालियर से चुनाव लड़ाए जाने की अटकलों के बीच रामसेवक बाबूजी, मोहन सिंह राठौर, सुनील शर्मा और प्रदेशाध्यक्ष अशोक सिंह का नाम भी चर्चा में है। कांग्रेस के बड़े नेताओं ने अशोक सिंह की लॉबिंग करना भी शुरू कर दी है। सतना और खण्डवा से अजय सिंह और अरूण यादव का नाम सामने आने के बाद अन्य दावेदारों की लाइन भी लग गई है। सतना में अजय सिंह के खिलाफ बगावती स्वर उठ रहे हैं जिसके चलते उनकी सीट बदलने की अटकलें भी तेज हो गई हैं। पार्टी ने अजय सिंह को सीधी से चुनाव लड़ाए जाने के संकेत दिए हैं, लेकिन वे सतना से चुनाव लडऩे के इच्छुक हैं। 

हालांकि अजय सिंह ने कहा है कि पार्टी उन्हें जहां से भी टिकट देेगी वहां से वह चुनाव लड़ेंगे। सतना से राजेंद्र सिंह दावेदारी पेश किए हुए हैं। मंत्री कमलेश्वर पटेल ने सीधी से अपनी पत्नि के लिए टिकट की मांग की है। खण्डवा से अरूणा यादव का नाम सामने आने पर विरोध देखने को मिल रहा है यहां से वर्तमान निर्दलीय विधायक शेरा पत्नि के लिए टिकट की दावेदारी पेश किए हुए हैं। शेरा पहले से भी मंत्री न बनने के कारण नाराज चल रहे हैं और कई बार समर्थन वापस लेने की धमकी दे चुके  हैं। 

भिण्ड से महेंद्र बौद्ध का नाम आगे चल रहा था, लेकिन अब महेंद्र जाटव, कमलावती आर्य, हिण्डोनिया के नाम भी पैनल में शामिल किए गए हैं। हिण्डोनिया मंत्री डॉ. गोविंद सिंह के समर्थक बताए जाते हंै। सिंधिया ने अपने समर्थक विधायक रक्षा के पति संतराम सिरोनिया का नाम भी आगे बढ़ाया है। कांग्रेस नेता मुकेश नाईक ने भले ही चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया हो, लेकिन पर्दे के पीछे से वह भी दावेदारी करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। खजुराहो से राजा पटेरिया और रामकृष्ण कुसमारिया का नाम दौड़ में शामिल है। बताया जाता है कि 22 मार्च को भोपाल में बैठक बुलाई गई है जिसमें उम्मीदवारों के नामों को लेकर चर्चा की जाएगी।