ललित मुदगल। यहां संबोधन सिंधियाजी, है यानी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और विधायक यशोधरा राजे सिंधिया दोनों को एक साथ। बात विकास की है और यहां तो कहते भी हैं 'सिंधिया नाम विकास का' तो आइए विकास की बात करते हैं। शिवपुरी को राजमाता सिंधिया ने नेशनल पार्क दिया। यह फायदे से ज्यादा नुक्सानदायक साबित हो रहा है। चलिए इसकी समीक्षा नहीं करते परंतु इसका एक समाधान है। LSP HIGHWAY, यानी लाइट एंड साउंड प्रूफ हाइवे।
क्या होता है लाइट एंड साउंड प्रूफ हाइवे
यह एक ऐसी सड़क होती है जो खुली सुरंग की तरह दिखती है। इसमें हवा और प्राकृतिक रौशनी तो अंदर आती है लेकिन वाहनों की लाइट और उनकी आवाज बाहर नहीं जाती। यदि इस तरह की सड़क नेशनल पार्क से निकाल दी जाए तो नेशनल पार्क प्रबंधन को कोई आपत्ति नहीं होगी क्योंकि लाइट एंड साउंड प्रूफ हाइवे के कारण उन्हे वन और वन्यप्राणियों को कोई तकलीफ नहीं होगी। इसमें पानी की निकासी के लिए कलवर्ट और वन्य प्राणियों की आवाजाही के लिए ऐनिमल क्रॉसिंग कलवर्ट बनाए जाते हैं। जिससे वन्यजीव आसानी से सड़क पार कर जाते हैं और यातायात भी प्रभावित नहीं होता। अंडरपास के दोनों किनारों पर साउंड बैरियर और हेडलाइट रिड्यूजर लगाकर लगभग 4 मीटर ऊंची दीवार तैयार की जाती है ताकि भारी वाहनों के हेडलाइट की तेज रोशनी व शोरगुल जंगल में पहुंच ही नहीं पाता और ट्रेफिक का असर वन्य प्राणियों पर भी नहीं पड़ेता।
फायदा क्या होगा
शिवपुरी शहर की सबसे ज्यादा कनेक्टिविटी ग्वालियर से है। नेशनल पार्क होने के कारण कनेक्टिविटी प्रभावित हो रही है। दशकों से सिर्फ एक ही सपना है कि शिवपुरी और ग्वालियर के बीच की दूरी को कम से कम कर दिया जाए। यदि ऐसा हुआ तो ना केवल शिवपुरी का विकास होगा बल्कि ग्वालियर को भी फायदा होगा। लोग आसानी से अपडाउन कर सकेंगे। शिवपुरी और ग्वालियर के बीच यदि नेशनल पार्क से होते हुए सीधा हाइवे बनाया जाए तो दोनों शहरों के बीच की दूरी करीब 40 मिनट रह जाएगी।
तो क्या खयाल है महाराज, LSP HIGHWAY बनवाएंगे या सिर्फ सपने ही दिखाएंगे।
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