BIG NEWS: नपा चारा खा गई, दर्जनों गाय भूख-प्यास से तड़प कर मर गईं | Shivpuri News

शिवपुरी। प्रदेश में सत्ता पर काबिज होते ही कांगेेस सरकार के नाथ कमलनाथ ने प्रदेश के हर जिले में गौशाला खोलने के आदेश दिए और इसके लिए विधिवत फंड भी दिया,इसी आदेश के तहत ही शिवपुरी नपा ने लुधावली में स्थित गौ-शाला का पुन:शुरू किया।

शहर में विचरने वाली गायो को नपाकर्मियो ने इस गौ-शाला में छोड दिया। इस गौ-शाला में उचित प्रबंधन और चारे—पानी की व्यवस्था न होने के कारण भूख-प्यास से दर्जनो गायो के मारने की खबर आ रही हैं। इस संबंध में सीएमओ श्री राय से चर्चा की तो उन्होंने कोई भी जवाब देना भी उचित नहीं समझा।

जानकारी के अनुसार नगर पालिका शिवपुरी द्वारा इन दिनों शहर में सडक़ों पर घूमने वाले आवारों पशुओं को हांका लगाकर उन्हें नगर पालिका की गाडिय़ों के माध्यम से भरकर लुधावली गौशाला में पहुंचा दिया जाता हैं, लेकिन इन आवारा पशुओं की देखरेख के लिए कोई भी कर्मचारी नगर पालिका से तैनात नहीं किया जाता हैं न ही इन आवारा पशुओं को चारे पानी की व्यवस्था की जा रही हैं जिससे भूखे होने के कारण लगातार यहां पशुओं की मौत हो रही हैं इस ओर किसी भी व्यक्ति का कोई ध्यान नहीं है। 

इस संबंध में जब नगर पालिका के सीएमओ सीपरी राय से चर्चा करना चाही तो उन्होंने फोन तक उठान उचित नहीं समझा। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पालिका द्वारा पशुओं को किस तरीके से अपनी हालत पर छोड़ दिया जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा हैं कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार भले ही गायों के लिए गौशाला खोलने का मन बना रही हैं लेकिन स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी उनके आदेश पर अमल नहीं कर रहे हैं। इस संबंध में आज एक मीडिया कर्मी ने लुधावली गौशाला में मृत पड़ी गायों के मामले को संज्ञान में लिया जब यह मामले का खुलासा हो सका हैं। 

लुधावली गौ शाला मृत गायें व उनके पड़े हैं दर्जनों कंकाल

यदि स्थानीय अधिकारी नगर पालिका के द्वारा काजी हाउस के रूप में उपयोग करने वाली गौशाला का बारीकी से निरीक्षण करें तो उनको साफ रूप से देखने में मिल जाएगा कि इस गौशाला में कितने जानवरों की मौत हो गई हैं। कई गायों के कंकाल पड़े तो कई गायों की चमड़ी तक गायब हो गर्ई हैं। 

ऐसे निर्दयी तरीके से गायों की मौत हो रही हैं। कई गायें तो भूख एवं प्यास के अभाव तड़प-तड़प कर दम तोड़ रही हैं। लेकिन एक भी प्रशासनिक अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हें। अब देखना हैं कि जिला प्रशासन इस ओर ध्यान देता हैं या इन आवारा पशुओं की इसी तरह दम तोड़ती रहेंगी। 
-

लुधावली गौशाला में नहीं है पानी चारे की व्यवस्था

लुधावली गौशाला में 300 से अधिक गायों की होने की बात बताई जा रही हैं, लेकिन इस गौशाला में आवारा पशुओं के न तो भूसे की व्यवस्था है न ही पानी ऐसी स्थिति में हांका लगाने वाले लोग सडक़ों से गायों को पकड़ अपने हाल पर वहां छोड़ आते हैं लेकिन इन गायों को पुन: न उनके मालिकों द्वारा देखा जाता है और नही नगर पालिका द्वारा ऐसी स्थिति में गाय दम तोड़ रही हैं। 
-

बीमार पशुओं को देख रेख के लिए नहीं पहुंचते चिकित्सक

कहने को तो जिला प्रशासन द्वारा लुधावली गौशाला में पशु चिकित्सक को भी पदस्थ कर रखा लेकिन इन आवारा पशुओं में घायल पशुओं एवं बीमार रहने वाले पशुओं की देख रेख एवं उनके उपचार के लिए आज तक कोई भी पशु चिकित्सक इस गौ शाला में नहीं पहुंचा जिससे लगातार पशुओं की मौत हो रही हैं। स्थानीय लोगों ने बताया है कि पिछले एक माह के अंतराल में लगभग दो दर्जन से अधिक जानवरों की मौत हो गई हैं।