शिवपुरी। कोलारस के भाजपा से विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी का लेटर पेड पर लिखे गए एक पत्र से कई सवाल पनप रहे हैं। सबसे पहला और बडा सवाल क्या वीरेन्द्र रघुवंशी रेत माफियाओ से कोई अवैध या वैध संबंध है,क्या वे खनन माफियाओ से मिले है,कोलारस क्षेत्र में जो रेत का अवैध काला कारोबार हो रहा है वे उसमें सलिंप्त हैं,हम उन पर आरोप नही लगा रहे हैं,लेकिन उनके एक पत्र जो रेत कारोबारियो को समर्थन करता है उससे यह सवाल पनप रहे हैं।
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से किसानों के कर्जमाफी के आदेश पर सबसे पहले साईन किए। परंतु जिले के कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने जो काम किया है वह चौकाने बाला है। जो लेटर पेड जारी हुआ है उसमें वीरेन्द्र रघुवंशी ने विधायक बनते ही 29 दिसंबर को पूरणखेडी टोल प्रबंधन को लेटर जारी करते हुए 22 डंपरों को टोल फ्री करने की बात कही है।
जो पत्र सामने आया है उसमें बकायदा विधायक के लेटर पेड पर प्रबंधक को पत्र लिखा गया है जिसमें बकायदा लिखा हुआ है कि 22 डंपरों को टोल फ्री किया जाए। अब पब्लिक के लिए तो नहीं अपितु रेत के डम्फरो के लिए टोल फ्री करने के लिए लेटर लिखना विधायक की मंशा और रेत माफियाओं के कनेक्शन को उजागर करने के लिए काफी है।
सवालो से भरे इस पत्र की एक कॉफी शिवपुरी समाचार डॉट कॉम तक भी पहुंची है,उसे हम प्रकाशित भी कर रहे हैं। विधायक अपने समस्याओ और अपने अधिकारो की रक्षा करने अपना प्रतिनिधि चुनती हैं,अगर विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी को शायद कानून का भी ज्ञान नही है। या जानबूझ कर टोल प्लाजा पर दबाब बनाते हुए कॉर्मिशियल व्हीकल को फ्री करने को लिखा है।कॉर्मिशियल व्हीकल को टोल टैक्स चुकना ही होता हैं, वीरेन्द्र रंघुवंशी को लिखना तो जनमानस के हिती के लिए पत्र लिखना था कि टोल प्लाजा के पास बसने वाले रहवासियो की व्हीकल फ्री करवाना था,लेकिन वे तो रेत से भरे डम्फर फ्री करवाना चाहते है।
सवाल यह खडा होता है कि उक्त डम्फर किसके हैं,विधायक के इन डम्फर मालिको से क्या कनेक्शन है,इन कनेक्शनो को क्या नाम दे। रेत के काले कारोबार को विधायक जी के द्धारा क्यो समर्थन दिया जा रहा है,इसके ऐवज में उन्है क्या मिल रहा हैं ये सवाल सब खडे हो रहे हैं उनसे सम्पर्क करने की कोशिश की तो संपर्क नही हो सका हैं। जैसे ही उनकी प्रतिक्रिया आती है प्रकाशित की जाऐगी।
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