नकली केबल सप्लाई में नया मोड, मुकरा मंगल पाईप नही की सप्लाई, FIR की तैयारी | Shivpuri News

शिवपुरी। नगर पालिका शिवपुरी में डुप्लीकेट केवल सप्लाई काण्ड में एक नया मोड आ गया है। इस केवल नपा में सप्लाई करने वाले सप्लायर का कहना है कि उक्त केवल हमारी फर्म द्धवारा सप्लाई नही की है। और उसने उक्त बात मौखिक नही की बल्कि नपा को विधिवत मेल किया हैं। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2017-18 के लिए केबल सप्लाई का ठेका विलो रेट में मंगल पाईप एण्ड सेनेट्री द्वारा लिया गया था। ठेके की शर्ताे के अनुसार फर्म को फिनोलैक्स कम्पनी की केबल सप्लाई करनी थी। लेकिन बताया जाता है कि संबंधित फर्म ने ठेेके मेंं बाजार से भी कम रेट पर दर डाले थे। ये केबल नगर पालिका के बोरों में डाली गई। नगर पालिका के शहर में लगभग 500 ट्य्रूबवेल हैं, जिनके माध्यम से मोहल्ले और कॉलोनियों में पेयजल सप्लाई किया जाता है। 

इन बोरों में डाली जाने वाली मोटर एवं केबल की नगर पालिका द्वारा टेंडर बुलाकर की जाती है। बताया जाता है कि बोरों की केबल आए दिन फुकने लगी और केबल फुकने के कारण मोटरे भी बस्ट होने लगी। नगर पालिका प्रशासन ने जब केबल और मोटर डालने वाले संबंधित ठेकेदारों से इसका कारण पूछा तो उन्होंने केबल नकली होने की आशंका व्यक्त की। 

नगर पालिका अधिकारियों ने बताया कि उक्त फर्म द्वारा 40 लाख की केबल सप्लाई की गई तथा बाद में 5 हजार मीटर 6 एमएम की जिसका मूल्य 7 लाख 35 हजार रूपए तथा 1700 मीटर 4 एमएम की जिसका मूल्य 2 लाख 49 हजार रूपए है, का ऑर्डर संबंधित फर्म को दिया गया। उक्त केबल जब नगर पालिका में आई तो सीएमओ राय ने उसका परीक्षण करने के लिए केबल का सैंपल फिनोलेक्स की आफिस पहुंचाया गया। 

फिनोलैक्स कम्पनी ने कहा कि यह केबल उनकी नहीं है तथा केबल पर कम्पनी की फर्जी सील  लगाकर सप्लाई की गई है। बताया जाता है कि उक्त दिल्ली मेड नकली केबल सप्लाई कर दी गई। जिसके कारण केबल आए दिन  फुंक रहीं थी और मोटरे बस्ट हो रही थी। इसके बाद मुख्य नगर पालिका अधिकारी सीपी राए ने संबंधित ठेकेदार को नोटिस भेजकर उन्हें बताया कि उनके द्वारा नकली केबल सप्लाई की गई है। 

लेेकिन ठेकेदार ने इंकार किया कि उक्त केबल उनके द्वारा सप्लाई नहीं की तथा उन्होंने मई के बाद कोई केबल सप्लाई नहीं की। ठेकेदार का कहना है कि नगर पालिका के गठजोड़ से उनके नाम का गलत इस्तेमाल कर केबल सप्लाई की गई है। उधर नगर पालिका ने संबंधित फर्म की अमानत राशि जप्त करने के आदेश दे दिए हैं। 

मंगल पाईप एण्ड सेंनेट्री के संचालक मोहन मंगल के सुपुत्र गिर्राज मंगल ने इस संवाददाता से चर्चा करते हुए कहा कि उक्त केबल उनके द्वारा सप्लाई नहीं की गई। उन्होंने स्वीकार किया कि केबल सप्लाई का टेंडर उनकी फर्म के नाम स्वीकृत है। लेकिन उन्होंने अंतिम बार मई 2018 में सप्लाई की थी।  नगर पालिका ने जुलाई 2018 में उन्हेें सप्लाई के लिए ऑर्डर दिया था। लेकिन उन्होंने केबल नहीं दी। इसका कारण यह है कि नगर पालिका ने उनका पिछला 17 लाख का भुगतान ही अभी तक नहीं किया तो ऐसी स्थिति में हम क्यों केबल सप्लाई करते।

इनका कहना है
केबल सप्लाई करने वाली फर्म को ब्लैक लिस्टेट करने की कार्रवाई की जा रही है। जिस कम्पनी की फर्जी सील लगाई गई है। वह भी संबंधित ठेकेदार के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराए। अब नगर पालिका उस फर्म से केबल सप्लाई नहंीं करेंगे। 
सीपी राय सीएमओ, नगर पालिका शिवपुरी