ललित मुदगल शिवपुरी। किसानो की कर्ज माफी योजना के दम पर 3 बार की भाजपा की सरकार को उखाड कर सत्ता में पहुंची। कांग्रेस ने भले ही किसानो की कर्ज माफी का ऐलान कर दिया हैं,लेकिन किसानो के लिए यह कर्ज माफी गले की हडडी बन गई है। वही कांग्रेस का ग्राफ भी नीचे की ओर गिर रहा है। सरकार बदल गई है लेकिन सरकारी चेहरे वही हैं,सोसायटी में भाजपा के कार्यकाल में किए गए घोटाले अब कांग्रेस के नाम पर रजिष्ट्री होकर बहार निकल रहे है।
जैसा कि विदित हैं सिर्फ पत्रकारता की परिभाषा पर चलने वाला शिवपुरी समाचार डॉट कॉम लगातार इस मुददे को उठा रहा है। कर्ज माफी की सूचियो की गडबडी भी प्रकाशित की जा रही है,अब ऐसे मामले सामने आए है जो स्वर्गवासी हो गए उन पर भी सोसायटीयो ने कर्जा निकाल दिया है।
सोसाइटियों ने बिना लोन लिए किसानों को कर्जदार बनाया है। बता दें कि शिवपुरी जिले में 81 सोसाइटियों में किसानों पर 188 करोड़ रुपए का कर्ज दर्शाया गया है। ग्राम पंचायतों में सूचियां चस्पा हो जाने के बाद किसानों को असलियत पता चली है। शिकायत लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे किसान।
पांच साल पहले किसान की मौत, 57 हजार का कर्ज
कलेक्ट्रेट में शिकायत लेकर पहुंचे इचौनिया गांव के किसान ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि 60 क्विंटल गेहूं बेचने पर 12 हजार 720 रुपए का कर्ज सोसाइटी ने काटकर भुगतान किया था। सूची में देखा तो 51 हजार रुपए का कर्ज सोसाइटी ने दर्ज करके रखा है। ओमप्रकाश ने बताया कि उसके पिता श्रीकृष्ण शर्मा 5 साल पूर्व नही नही रहे हैं।
उन पर 99 हजार व दूसरे स्थान पर 42 हजार का कर्ज दिखाया है। जबकि पिता ने कभी कोई कर्ज लिया ही नहीं है। ओमप्रकाश का कहना है कि पिता की मौत के बाद 42 हजार का कर्जदार बना दिया है। इसी तरह किसान रघुवीर सिंह का कहना है कि उसके पिता के नाम 53 हजार 451 रुपए का कर्ज दिखा है। पिता का निधन पांच साल पूर्व हो चुका है। स्वयं रघुवीरसिंह के नाम भी 57 हजार 117 रुपए का कर्जदार बना दिया है।
भाई का कर्जा भाई पर निकाला
धधेरा के प्रवेश धाकड़ ने बताया कि बरसात के समय उसने सोसाइटी से 15 कट्टे लिए थे। उसके नाम 15110 रुपए का कर्जदार बना दिया है। वहीं छोटे भाई धर्मेंद्र ने कुछ भी नहीं लिया, फिर भी सोसाइटी ने 1 लाख 4 हजार 765 रुपए का कर्जदार बना दिया है। वहीं किसान तोफान सिंह का सूची में दो स्थान पर 27 हजार 598 और 3 हजार 396 रुपए का कर्ज दिखाया गया है। जबकि किसान ने सोसाइटी से उधारी पर मात्र 17 कट्टे लिए थे।
हालाकि इस पूरे मामले में जांच के आदेश हो गए हैं,और दोषियो पर एफआईआर कराने के आदेश भी सीएम कमलनाथ ने दिए हैं। शिवपुरी कांग्रेस भी ऐसी सूचियो पर नजर रख रही हैं,लेकिन सवाल फिर वही उठ रहा है कि निष्पक्ष जांच कैसे होगी,कर्मचारी और अधिकारी तो वही हैं। जानकारो को कहना है कि कर्जमाफी से कांग्रेस को फयादे से ज्यादा नुकसान होने की उम्मीद हैं।
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