अपहृत किसान वापस लौटा, पुलिस और प्रेस अपहृत की कहानी से परेशान, प्रेम प्रंसग आया सामने | Bairad, Shivpuri News

शिवपुरी। बैराड थाने के सकतपुर गांव से अपहत्त हुए किसान डकैतो के चुंगल से छुट आया हैं।अपहत्त के द्धवारा रची गई अपने अपहरण की कहानी से पुलिस और प्रेस दोनो ही परेशान होती रही है। अपहत्त ने जो कहानी गढी है वह न तो प्रेस के गले उतर रही है और न ही पुलिस के गले उतर रही है। हांलाकि पुलिस ने इस युवक के सामने आने से बाद राहत की सांस ली है। 

जानकारी के अनुसार बीते रोज बैराड पुलिस थाने में मनीष पुत्र बारेलाल धाकड उम्र 30 साल निवासी सकतपुर की गुमशुदगी दर्ज हुई थी। जिसमें मनीष के परिजनों ने उनके भाई को बिना बताए गायव हो जाने की बात कही। लेकिन इसी दौरान पुलिस के पास एक और पहलू सामने आया कि युवक ने अपने गायब होने की सूचना अपने परिजनों को फोन पर भी दी और कहा कि मुझे पांच बदमाशों ने बंधक बना लिया है। जिसकी सूचना पुलिस को मत देना वह 4 बजे तक बापिस लौट आएगा। 

इस पर परिजन 4 बजे तक युवक के लौटने का इंतजार करते रहे। जब युवक 4 बजे तक नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता सताने लगी और युवक के गायव हो जाने की सूचना बैराड थाना पुलिस को दी। पुलिस ने बदमाशों के क्षेत्र में लगातार आमद दर्ज कराने के चलते मामले को गंभीरता से लेते हुए युवक के मोबाईल को ट्रेसिंग पर डाल दिया। 

जब नंबर की लास्ट लोकेसन सामने आई तो वह पास की आकुंर्सी के टावर के पास ही लगातार आ रही थी। जिसपर पुलिस लोकेशन के हिसाब से युवक की तलाश कर रही थी। तभी रात्रि में फिर युवक ने फोन लगाया और परिजनों को बताया कि वह महज 1 घण्टे में आ रहा है। उसे आरोपी बदमाश 1 घण्टे में छोडने की बात कह रहे है। 

उसके बाद युवक ने फिर फोन लगाया और बताया कि वह अपहत्त के चंगुल से छूट आया और गांव के पास ही एक युवक के बोर पर आ गया है। और 10 मिनिट में वह घर पहुंच जाएगा। उसके 10 मिनिट बाद युवक अपने घर आ गया। 

घर पहुंचकर युवक ने जो कहानी बताई वह किसी के भी गले नहीं उतर रही है। मनीष ने बताया कि वह अपने साथी राजेन्द्र से साथ शादी से लौटकर आया और अपने खेत पर सोने गया हुआ था। जैसे ही वह खेत की टपरिया में पहुंचा वहां 5 बदमाश जिनमें तीन पर बंदूकें थी और 2 पर लाठींया थी पहले से ही टपरिया में थे। जैसे ही मनीष टपरिया में पहुंचा बदमाशों ने उसे पकड लिया। और अपने साथ लेकर उसें पास ही किसी सरसों के खेत में लेकर पहुंच गए। 

बदमाश अपने साथ युवक के ओढने के कपडे रजाई भी साथ ले गए और युवक की आंगे बंधकर उसे किसी अज्ञात सरसों के खेत में लेकर गए। जहां जब मनीष ने इस मामले की सूचना घर देने के लिए मोबाईल मांगा तो आरोपीयों ने उसे मोबाईल दे दिया। और उससे बोला कि उसे शाम तक छोड देंगे परंतु इस मामले की सूचना पुलिस को न दे। जिसपर युवक ने फोन लगाकर उसे छोडने की बात अपने परिजनों से की। 

उसके बाद युवक को देर रात्रि बदमाशों ने बिना फिरौती के ही छोड दिया। अब अपहरण के बाद बिना फिरौती के छोडना और फिर अपने आप एक दम बापिस लौटना किसी के भी गले नहीं उतर रहा। पुलिस इस मामले को संदेहास्पद मान रही है। 

इस मामले में एक और कहानी सामने आई है वह भी चर्चा का विषय है। कहानी यह है कि मनीष धाकड शादी शुदा है और शादी शुदा होने के साथ साथ युवक का गांव की ही एक युवती के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा है। गायब होने की रात युवक अपनी प्रेमिका से मिला था। 

जिसे युवक के परिजनों ने युवती के साथ देख लिया था। जिसके चलते परिजनों ने युवक को फटकार लगाई। इस फटकार से बचने के लिए युवक ने उक्त कहानी को गढा है। हांलाकि अभी इस कहानी में भी सच्चाई क्या है यह तो जांच के बाद ही क्लीयर होगा। पुलिस इस मामले की तह तक जाने में जुट गई हैं। कुल मिलाकर बैराड पुलिस ने अभी राहत की सांस ली हैं कि गुमशुदगी अपहरण में नही बदली,गायब युवक सकुशल लौट आया हैं। 

इनका कहना है
हां कल एक युवक के गायव हो जाने की शिकायत परिजनों ने थाने में की थी। जिसपर हमने युवक के मोबाईल की लोकेशन निकालबाई। तो वह पास के ही गांव में आ रही थी। उसके बाद युवक छूटकर आ गया है। लेकिन जो कहानी बता रहा है वह गले नहीं उतर रही है। हम हर तरीके से युवक से पूछताछ कर रहे है। 
आलोक सिंह भदौरिया,थाना प्रभारी बैराड