व्यापारीयों व किसानों ने मिली भगत से भावांतर में खपा दिया 3 साल पुराना उडद | BAIRAD, SHIVPURI NEWS

बैराड। शासन द्वारा सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से समर्थन मूल्य पर उड़द मूंगफली की खरीद कराई जा रही है। इन खरीदी केन्द्र पर पिछले दो-तीन वर्षों पुराना उड़द किसानों के पंजीयन पर तथाकथित बिचौलियों की साठगांठ से व्यापारियों द्वारा बेचा जा रहा है। बैराड खरीदी केंद्र पर हजारों क्विटल उड़द की खरीद हो चुकी है। आलम है जैसे जैसै अंतिम तिथि नजदीक आ रही है वैसे-वैसे ही केंद्रों पर उड़द से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली ओं की कतार लंबी होती जा रही है।  

इस मामले में सबसे खास बात यह है कि इस बार अत्यधिक वर्षा के चलते बैराड तहसील में उड़द की फसल की क्वालिटी अमानक स्तर की रही जो शासन की गाइडलाइन के अनुसार खरीदी खरीदी के अंतर्गत नहीं आती आती भी है तो मात्र 25 परसेंट यदि गोदामों बैराड में जमा किए गए उड़द की क्वालिटी की जांच कराई जाए तो 80 पीस दी उड़द पिछले वर्ष का पुराना ही मिलेगा। 

जानकारी के मुताबिक बैराड सेवा सहकारी समिति के माध्यम से कृषि उपज मंडी प्रांगण में समर्थन मूल्य पर खरीदी केंद्र स्थापित किए गए हैं यहां लगभग 15 दिनों में अच्छी खासी भीड़ देखी जा रही है। 

मूंगफली एप ओ क्यू क्वालिटी की किसान के खेत मैं इलाके में पैदा नहीं हुई कुछ चुनिंदा गांव की ऐप ओ क्यू क्वालिटी की मूंगफली हुई है जो अनाज मंडी में व्यापारियों द्वारा खरीदी गई जो नंबर 2 में व्यापारियों के बेची गई इसी व्यापारियों द्वारा किसानों को ₹3900 के भाव से बेची जा रही है जो किसानों ने मूंगफली की फसल कि ही नहीं वह पंजीयन पंजीयन कराया उस पर माल मूंगफली का खपाई जा रही है। 

जिससे किसानों व व्यापारियों को लाभ मिल रहा

सर्वेयर सैंपल पास के नाम पर 2 किलो से 3 किलो तक उड़द की सैंपल ले रहे हैं जिसमें किसानों को कोई एतराज नहीं है बादशाह साथ में गुपचुप तरीके से धनराशि भी ले रहे हैं 15 दिन पहले तक तो चलना लगा कर उड़द छान रहे थे एवं 60 कुंतल मजदूरी के नाम पर मजदूर ले रहे हैं फिर भी किसान को कोई आपत्ति नहीं है। 

मूंगफली की तुलाई 80 प्रति कुंतल समर्थन मूल्य पर किसानों से मूंगफली की तलाई 30 रूपए बोरी ली जा रही है यह शासन के नियमों की अनदेखी है। शिवपुरी जिले के कोल्ड स्टोर में जमा दो-तीन साल पुराना वाद खरीदी केंद्रों पर डाल रहा है। किसानों के यहां उड़द की फसल ना के बराबर हुई लेकिन समर्थन मूल्य पर किसान व्यापारियों से कोल्ड स्टोर का माल खरीद खरीद कर डाल रहे हैं।