शिवपुरी। शहर के बहुचर्चित किरण हत्याकांड में आज देहात थाना पुलिस ने इस हत्याकांड का पर्दाफाश कर आरोपीयों को हिरासत में ले लिया है। इस घटना में पुलिस ने पुत्र के साथ पिता को भी आरोपी बनाया है। हांलाकि पिता का महज इतना आरोप है कि उसने इन आरोपियों को पनाह देते हुए मौन रहा। अब यह मामला खुला तो पिता पुत्र सहित 6 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उक्त सभी आरोपीयों ने यह घटनाक्रम लूट के उददेश्य से ही दिया था।
जानकारी के अनुसार बीते तीन माह पूर्व शहर की पॉश कॉलोनी राघवेन्द्र नगर में कपडा व्यापार की पत्नि किरण गुप्ता की उसी के घर में किसी धारदार हथियार से गला रेंत कर हत्या कर दी थी। दिन दहाडे हुए इस घटनाक्रम से पुलिस को चकिरघिन्नी कर दिया। एसपी राजेश हिंगणकर सहित आईजी ने मौके पर पहुंचकर मामले का खुलासा करने के निर्देश दिए।
इस हत्याकाण्ड के बाद पुलिस ने बहुत हाथ पैर मारे परंतु आरोपीयों ने उक्त घटनाक्रम को इतनी सफाई से अंजाम दिया कि पुलिस हर बार खाली हाथ रही। इस मामले में पुलिस ने इनके एक नौकर को भी पूछताछ के लिए उठाया था। उसके बाद इस नौकर की मौत हो गई थी। जिसे लेकर शहर में बबाल मचा।
बीते कुछ दिनों पूर्व देहात थाना पुलिस को सूचना मिली कि शहर के तुलसीनगर में किराए के मकान में रहने बाले कुछ लोग जो पहले एक एक रूपए के लिए संर्घष रहे थे वह बीते कुछ दिनों से रूपयों को जमकर पानी की तरह बहा रहे है। जिसपर पुलिस को उक्त लोगों पर शक हुआ। पुलिस इनके पीछे लग गई और आरोपियों की रैकी करने लगी।
पता चला कि आरोपी इस महिला के घर के बाहर दुकान पर सिगरेट पीने आते रहते थे। इसी दौरान उन्होंने महिला के घर की रैकी कर उक्त बारदात को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि आरोपी पहले महिला के घर पहुंचे और कपडे दिखाने की बात कही। जब महिला ने शाम को आने की बात कही तो आरोपीयों ने महिला को पकडकर लूट की बारदात को अंजाम दिया।
इस घटना को अंजाम देने के बाद महिला ने इन्हें पहिचान लिया था। पहिचान को छुपाने के चलते आरोपीयों ने महिला की हत्या कर दी। बताया गया है कि इस मामले में दो आरोपी तो नाबालिग होने के साथ छात्र है। इस मामले का मास्टरमाईंड आरोपी अमित गोस्वामी ट्रक ड्रायवर है। जो कि अहमदाबाद में था। जिसे शिवपुरी पुलिस ने अहमदाबाद से गिरफ्तार कर लिया है।
बताया गया है कि आरोपी अनमोल जैन तुलसी नगर में किराए के मकान में रहता था। और इस वारदात के बाद पूरे जेबर लेकर अपने पिता अजय जैन को दे दिए थे। उसके बाद पिता ने इस मामले को दबाते हुए आरोपीयों का साथ दिया। जिसके चलते पुलिस ने पिता को भी आरोपी बनाया है।
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