शिवपुरी। भावांतर योजना में लगभग 9 करोड का घोटाला करने वाले शिवपुरी मंडी के कर्मचारियो और स्थानीय व्यापारियो पर एमडी के आदेश के 1 माह बाद भी एफआईआर वर्तमान सचिव ने नही कराई हैं। इस कारण सचिव की कार्यप्रणाली पर सवाल खडे हो रहे है,कही इस घोटोल के साक्ष्यो को खुर्दबुर्द करने का प्रयास तो नही किया जा रहा हैं।
जानकारी के मुताबिक मप्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड भोपाल के प्रबंध संचालक सह आयुक्त फैज अहमद किदवाई ने 3 नवंबर को मंडी सचिव शिवपुरी के नाम आदेश जारी किया है। जिसमें सब्जी मंडी प्रांगण प्रभारी रघुनाथ लोहिया सहित संबंधित व्यापारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर शिल्पा गुप्ता ने कराई जांच
इस मामले में कलेक्टर शिल्पा गुप्ता ने 6 सदस्यीय दल का गठन कर जांच कराई थी दल को गंभीर अनियमितताए मिलने पर कलेक्टर द्वारा मण्डी सचिव शिवपुरी रविन्द्र शर्मा के साथ ही लायसेंस प्रभारी एस जायसवाल, मण्डी निरीक्षक प्रांगण प्रभारी राजकुमार शर्मा, सहायक उपनिरीक्षक मनोज आर्य, सहायक उपनिरीक्षक भगवान दास भिलवार, सहायक उपनिरीक्षक सहायक वर्ग तीन ब्रजेश शर्मा एवं सहायक उपनिरीक्षक राकेश गुप्ता सहित योजना में अन्य मण्डी अधिकारी एवं कर्मचारी, व्यापारियों एवं किसानों के विरूद्ध पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
ऐसा हुआ है यहां घोटाला
जांच दल ने पाया कि जितने रकवे में किसानो ने लहुसन प्यास उंगाया नहीं उतना खरीद लिया, दूसरे जिलों के किसानो का माल भी शिवपुरी में खरीदा गया, जितना माल खरीदा गया उतने टैक्स का पे नही गया। जितना माल फर्मो ने खरीदा उतना माल उनके गोदाम ने नही पाया गया और नही ही उसकी खरीद बिक्री का मिलान सही हो पाया, इससे यही निष्कर्ष निकला कि व्यापारियो ने अपना माल बार-बार बेचा हैं।
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