बैराड़। वैसे तो भाजपा के विधायक प्रहलाद भारती लगातार क्षेत्र में विकाश का दाबा कर रहे है। परंतु पोहरी विधानसभा में इन दिनों कुछ गांव में हालात यह है कि ग्रामीण पूरी तरह से चुनाव का बहिष्कार करने पर उतारू है। ऐसा ही हाल जिले के पोहरी विधानसभा की ग्राम अमरपुर और बिजौरा गांव के ग्रामीण पूरी तरह से चुनाव के बहिष्कार पर उतारू है।
ग्राम पंचायत धतूरा और ग्राम पंचायत फुलीपुरा के ग्राम बिजौरा आज भी पूरी तरह से मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे है। 6 सैंकडा से अधिक आबादी वाले ग्राम बिजौरा में रहने वाले ग्रामीण कई वर्षो से जनसामान्य को शासन द्वारा दी जाने वाली मूलभूत सुविधा बिजली पानी सड़क आवास एवं अन्य शासकीय योजनाओं के लाभ से बंचित हैं। ग्रामीणों को कहना है कि वे कई बार प्रषासन एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा चुके हैं, परन्तु किसी ने भी ग्रामीणों की सुनवाई नहीं की है।
जिस कारण ग्रामीणों में रोष व्यप्त है तथा ग्रामीणों द्वारा इस बार 28 नम्बबर को होने वाले चुनाव के बहिष्कार के करने की बात कही है। बिजौरा गांव के ग्रामीण कई वर्षो से बिजल नहीं होने से परेषान हैं । गांव में बिजली के खम्बे हैं कुछ पर केविल बिछी हुई है। परन्तु ट्रान्सफार्मर नहीं है एवं घरों में बिजली के कनेक्षन नहीं है जिस कारण ग्रामीण वर्षो से अधेरे में जीवन यापन कर रहे है। पेयजल व्यवस्था के लिये गांव में कहने को तो 4 शासकीय हेडपम्प है परन्तु वह वर्षो से खराब है जिनको चालू कराने के लिये शासन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों से एवं पीएचई विभाग से ग्रामीण कई बार निवेदन कर चुके है।
परन्तु आज तक चारों हेडपम्प खराब डले हुए है, इस कारण ग्रामीण एक-डेड किमी. खेतों पर लगे निजि नलकूपों से पीने के लिये पानी लाते है। गांव में शासन द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को एक भी आवास उपलब्ध नहीं कराया है ग्रामीण रमेष कुषवाह, प्रेम ओझा का कहना है कि सरपंच द्वारा अपने गांव फुलीपुरा गांव में अपने चहितों को प्रधान मंत्री आवास योजना की कुटीरें बनाई है परन्तु बिजौरा गांव में एक भी प्रधान मंत्री आवास नहीं बनाया है, अधिकारियों ने भी बिजौरा गांव की आवास पेयजल बिजली एवं अन्य शासकीय सेवाओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया है जिस कारण गांव के ग्रामीणों में रोष है।
Social Plugin