भोपाल। खबर पूरनखेडी टोल टैक्स पर हुई टोल कर्मियो की मारपीट से जुडी हुई हैं। सरकारी टोल कंपनी के आॅफिस में घुसकर सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने मारपीट की थी। आॅफिस परिसर में उन्होंने अपने गार्ड के हाथों एक कर्मचारी को पिटवाया था। मामला क्षणिक उत्तेजना का नहीं है। सिर्फ एक चांटा नहीं था। यह दबंगाई थी। इस मामले के वीडियो जारी हुए परंतु मामला दर्ज नहीं हुआ। उक्त मारपीट के मामले वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं।
नंदकुमार सिंह चौहान पहले मुकरे, फिर सफाई दी
घटना के तत्काल बाद सांसद नंदकुमार सिंह ऐसी किसी भी घटना से मुकर गए थे। उन्होंने मारपीट से साफ इंकार कर दिया था परंतु जब वीडियो सामने आया तो उनके बयान बदल गए। शनिवार को चौहान ने सफाई देते हुए कहा कि मैंने टोल पर कार्ड दिखाया तो टोल वाले ने बदतमीजी से कहा, ‘यहां सांसद-वांसद नहीं चलता। सबको पैसे देने पड़ते हैं।’ मेरा कार्ड लेकर वह कंट्रोल रूम में यह कहते हुए चला गया कि दिल्ली से वेरिफाई करना पड़ेगा। यह बात सही है कि गनमैन ने गुस्से में मारपीट की और मुझे भी गुस्सा आ गया। टोल नाके पर मारपीट करते हुए फुटेज तो दिखाए गए, लेकिन टोल वालों ने जो कुछ किया, उसे नहीं दिखाया। मैं इस बारे में वकील से बात करके एक्शन लूंगा।
इससे तो आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा
टोल बूथ का संचालन सरकारी कंपनी करती है। पीड़ित कर्मचारी को दवाब में लिया जा सकता है परंतु वीडियो जारी हो चुका है और सबके सामने है। जो वारदात हुई है यदि उसमें नियमानुसार कानूनी कार्रवाई नहीं हुई तो यह आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की साजिश होगी। आज सांसद है कल सरपंच भी हमला करेगा। फिर वो दलील देगा कि जब सांसद के खिलाफ एफआईआर नहीं हुई तो मेरे खिलाफ क्यों, मैं भी जनप्रतिनिधि हूं। शिवपुरी पुलिस के लिए यह चुनौतीपूर्ण है। उसे साबित करना होगा कि क्या कानून सबके लिए समान है।
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