अंतत: भाजपा ने बचाई लाज: मामला 50-50 पर सैट

शिवपुरी। पिछले 4 घटें से चल रहा शिवपुरी में हठ योग के कारण भाजपा के शासन पर उंगली उठना शुरू हो गई थी। कलेक्टर और छात्र ज्ञापन के मामले में हठयोग पर अड़े थे। कलेक्टर की गाड़ी रोकेने पर छात्रों को खदेड़ने के मामले में जग हंसाई शुरू हो गई थी। भाजपा के शासन में भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी को कलेक्टर द्वारा 2 मिनिट नही देने पर मचे बबाल में अफरशाही हावी होने की बात होने लगी थी। अत: भाजपा ने अपनी लाज बचा ली मामला आधे-आधे पर सैट हुआ कलेक्टर ज्ञापन लेने नही आई पर चैम्बर छोडकर डेस्क तक लेने आ गई। छात्र भी मान गए की कलेक्टर ने ही ज्ञापन लिया। घोटाले का मामला छोड बात ज्ञापन में ईगो पर आ गई। 

जैसा कि विदित है कि शिवपुरी जिले में 10 करोड का गणवेश घोटाला उजागर हुआ हैं। मामला छात्रो से जुडा होने के कारण इस भाजपा की छात्र ईकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला  की जिला संयोजक वेदांश सविता के नेतृत्व में कलेक्टर को ज्ञापन देने के लिए सैकडो छात्र-छात्राओ कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां कलेक्टर ने ज्ञापन लेने से मना कर दिया तो छात्रो ने कलेक्ट्रेट ऑफिस के गेट पर तालाबंदी कर दी। 

इसके बाद कलेक्टर शिल्पा गुप्ता अपने ऑफिस से लंच करने को निकली तो उनकी गाडी को छात्रो ने रोक लिया तो पुलिस ने उन्है खदेड दिया। आक्रोशित छात्र कलेक्टर के इस रवैया को देखकर बंगले की ओर कूच कर गए और मेडम का बंगले पर मेडम की घेरा बंदी कर दी। पुलिस यहां भी पहुंची और फिर छात्रो को खदेड दिया। 

आक्रोशित छात्रो ने फिर कलेक्ट्रेट ऑफिस के गेट  पर ताला डालते हुए धरने पर बैठ गए। इस आंदोलन में सैकड़ो छात्राए भी शामिल थी।  पुलिस बल के साथ महिला पुलिस बल भी कलेक्ट्रेट पर पहुंच गया। करीब 2 घटें बैठने के बाद अंदर से कलेक्टर मेडंम का बुलावा आया जब जाकर छात्रा ने कलेक्टर शिल्पा गुप्ता को कलेक्टर डेस्क पर ज्ञापन दिया। 

इस पूरे घटनाक्रम में पूर्व कलेक्टर मनीष श्रीवास्तव की कार्यप्रणाली की याद आने लगी एक  बार छात्र जनसुनवाई में कलेक्टर से मिलने आए तो उन्होने चिलचालाती गर्मी में छात्रो को अपने पैसे से नीबू पानी और नाश्ता करवाया था। और इधर कलेक्टर शिल्पा गुप्ता ने अपने 2 मिनिट भी छात्रो को नही दिए,इस मामले में भाजपा कार्य समिति के प्रदेश सदस्य सुरेन्द्र शर्मा का कहना था कि ऐसा रवैया कलेक्टर का ठीक नही हैं। 

इस पूरे मामले में भोपाल से उच्चस्तरीय दबाब कलेक्टर शिल्पा गुप्ता पर आया जब वह छात्रो से ज्ञापन लेने को तैयार हुई है। इस ज्ञापन को देने के लिए छात्रो के साथ भाजपा युवा मोर्चा के नेता भी कलेक्टर के पास गए थे।