बोलता फोटो: पब्लिक को रोकने के लिए लगाया स्टॉपेज खुद गड्ढे में जा गिरा

लोकेन्द्र सिंह, शिवपुरी। शिवपुरी की बदहाल व्यवस्था के लिए जन प्रतिनिधि सहित प्रशासन जिम्मेदार है। परंतु कोई भी अपनी जिम्मेदारी लेने तैयार नहीं है। शिवपुरी जिले के नागरिकों के साहस और असीम धैर्य के लिए जितनी भी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। जिला प्रशासन व नगर पालिका शिवपुरी दोनों ही अपनी मनमर्जी का काम कर रहे हैं। जहां देखता है वहां रोड खुद देते हैं नालियां खोद देते हैं। आम नागरिकों का रास्तों से निकलना मुहाल हो गया है। जब जिले की यह हालत है तो तहसील गांव मजरे-टोलों की क्या स्थिति होगी यह हम अनुमान लगा सकते हैं जिला प्रशासन नींद से जागने को तैयार नहीं है। 

भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुकी नगर पालिका में अध्यक्ष और पार्षद एक दूसरे पर कींचड़ उछालने में व्यस्त है। परंतु घर-घर जाकर बोट मांगने बाले जन प्रतिनिधि अब पब्लिक के बीच आने से कतरा रहे है। यह फोटो जो सामने आया है वह देखने लायाक है। यह जगह है कलेक्टर कोठी से होकर गुजरने बाली रोड़ जिसे नपा ने रोड़ निर्माण के लिए खोद तो दिया परंतु इस रोड़ को खोदने के बाद प्रशासन भूल गया। बस इस खुदी हुई रोड़ में कोई गिरकर चोटिल न हो जाए इसके लिए एक स्टॉपेज रख दिया। परंतु यह क्या यहां तो वह स्टॉपेज ही जिसे पब्लिक को गिरने से रोकने के लिए रखा गया था वह ही गिर गया। 

इस रास्ते के खुदाई को लगभग 15 दिन हो चुके है। वहां के निवासी रोड से निकल नहीं पा रहे हैं। ननिहाल भी उसी रास्ते से स्कूल जाते हैं। लेकिन प्रशासन को इसकी कोई चिंता नहीं है। प्रतिदिन नागरिक  अपने वाहन  और स्वयं को  नौनिहालों की जान पर खेलकर  इन लोगों को पार कर रहे हैं। 

ऐसा लगता है रोड नहीं सर्कस का तमाशा  है जिसको प्रशासन नागरिकों को  दिखा रहा है चला रहा है जिला प्रशासन नगर प्रशासन का कानून व्यवस्था की पोल खोलती यह तस्वीर प्रमाणित करती है। यहां के नागरिक की सहनशीलता को जो कि वास्तव में वल्र्ड रिकॉर्ड स्थापित करने लायक है।