
जानकारी के अनुसार मुसाहिब मोहल्ला में रहने वाले रघुवीर यादव उम्र 40 वर्ष पुत्र भैया लाल यादव पिछले कई सालो से मानसिक रूप से बीमार था। रघुवीर के परिवार का ईलाज भी कराया लेकिन कोई फायदा नही हुआ। लेकिन उसकी पागलो जैसी हरकते अवयय बडने लंगी।
कही किसी पर रघुवीर जानलेवा हमला नही कर दें,इस कारण परिजनो ने रघुवीर को जंजीरो से बांध कर एक कमरे में बंद कर दिया। और बहार से ताला लगा दिया,ताकि वह किसी को नुकसान न पहुंचा सके। परिजना उसे बंद कैमरे की खडकी से ही खाना देत थे रघुवीर इस कमरे में ही नित्यक्रियाया करता था,उसका यह कमरा जेल जैसा हो गया।
लेकिन उसकी वेदना भरी चीख पुकार के कारण पडोसियो का दिल दहल गया उन्होने इस मामले में नगर के समाज सेवियो से संपर्क किया और उन्होने इस प्रकरण की सूचना प्रशासन को दी। बताया गया हैं कि खानियाधानां तहसीदार कैलाश मालवीय एवं उनि धर्म सिंह कुशवाह मौके पर पहुंचे और उसे परिजनो की इस जेल से मुक्त कराया। युवक को अस्पताल ले जाकर उसका चैकअप कराया और फिर उसे ग्वालियर के मानसिक आरोग्य शाला भेजा गया।