नटवरलाल ड्रायवर: फर्जी लाइसेंस लगाकर छूट गया, ऐसे पकड़ में आया

शिवपुरी। वैसे तो शहर में नटवरलालों की कमी नहीं है। आए दिन कोई न कोई नटवरलाल सामने आ ही जाता है। बीते रोज जो घटना बदरवास में हुई वह चौंकाने वाली थी। यहां एक ट्रक ड्रायवर ने एक शिक्षक को ट्रक से उड़ाने के बाद पुलिस को ही चकमा दे दिया। पुलिस को बेबकूफ बनाते हुए आरोपी ने अपना नाम रामलखन बताया। इतना ही नहीं जब पुलिस ने उक्त आरोपी से लाइसेंस मांगा तो उसने अपना जाली लाइसेंस भी दे दिया। लाइसेंस रामलखन के नाम से था जबकि उस पर फोटो उसने खुद का लगा रखा था। इस मामले की जांच पर से पुलिस ने आरोपी ड्रायवर के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। 

जानकारी के अनुसार सन 2017 में आरोपी ट्रक ड्रायवर देवदत्त पुत्र महावीर प्रजापति निवासी नगलाईन्द्र गिलोर थाना मैनपुरी उत्तर प्रदेश ने बदरवास कस्बे में शासकीय शिक्षक अर्जुन कुशवाह को उड़ा दिया। जिससे शिक्षक की मौके पर ही मौत हो गई। पब्लिक उक्त ट्रक ड्रायवर को पकडक़र थाने ले आई। थाने आने पर पुलिस ने जब आरोपी का नाम पूछा तो उसने अपना नाम रामलखन बताया। जब पुलिस ने उससे ड्रायविंग लाइसेंस मांगा तो आरोपी ने रामलखन नाम का जाली लाइसेंस लगा दिया। इस लाइसेंस में कूूटरचित फोटों भी लगाया गया था। 

उसके बाद आरोपी को इस मामले में कोर्ट से जमानत मिल गई थी। जमानत मिलने के बाद पुलिस डायरी पेश करने के लिए आरोपी को लगातार बुलाती रही परंतु आरोपी नहीं आया। जब पुलिस लाइसेंस में बताए गए स्थान पर पहुंची और रामलखन को तलाशा। रामलखन मिल गया। परंतु उसने कोई भी एक्सीडेंट की घटना से इंकार कर दिया। अब लाइसेंस में रामलखन की जगह पर दूसरा फोटो देखा और रामलखन को दिखाया तो रामलखन ने बताया कि यह तो देवदत्त है। जो उसके साथ कंपनी में काम करता था। 

बस फिर क्या था पुलिस देवदत्त के घर पहुंची और देवदत्त को उठा लिया। जब उससे पूछताछ की तो उसने जालसाजी स्वीकार कर ली। इस मामले में शासन पुलिस की ओर से आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना में ले लिया है।