मेंडम में मिर्गी से पीडि़त चपरासी हूं, मेरी जगह मेरी पत्नि को नौकरी दे दो

शिवपुरी। बीते रोज कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में कलेक्टर शिल्पा गुप्ता के पास दो अजीबों गरीब मामले आए। ग्राम गोपालपुर के स्कूल में चपरासी के पद पर कार्यरत मयंक व्यास का कहना था कि मुझे मिर्गी की बीमारी है जिससे चक्कर आते है। और कुछ दिन पहले सिर में चोट लग गई जिससे दिमाग पर गहरा असर पढ़ा है। चाहता हूं कि मेरी नौकरी पत्नी रश्मि को मिल जाए। यह तो बीए तक पढ़ी है। मुझ पर लाखों का कर्जा इसलिए हो गया कि खुद के साथ मां की डायबिटीज का इलाज करवाता रहा। अब हालात खराब है। मैडम पत्नी को नौकरी दे दो। इस पर कलेक्टर शिल्पा गुप्ता ने ऐसा नहीं हो सकता है कहकर आवेदन जिला शिक्षा अधिकारी को मार्क कर दिया। शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे आवेदक पति पत्नी को वहां से भी निराशा हाथ लगी और वह वापस दु:खी होकर घर लौट गए। 

मेंडम में शिक्षक हूं और मुझे और पढऩे की अनुमति दे दो, मेड़म ने कहा कि थ्रू चैनल आओं
एक प्राइमरी शिक्षक ने बताया कि मेरी पढऩे की इच्छा है और में प्राइमरी स्कूल में सिरसौद चौराहे पर सहायक अध्यापक पद पर पदस्थ हूं,बीए करने की इच्छा है इसलिए कक्षा 12वीं पास करना अनिवार्य है,मैं चाहता हूं मुझे अनुमति दे दो ताकि पढाई शुरु कर सकूं। शिक्षक मुन्नालाल जाटव की यह बात सुनकर कलेक्टर शिल्पा गुप्ता ने कहा कि तुम इस मंच पर यह शिकायत क्यों कर रहे हो। इसके लिए अपने विभागीय अधिकारी से मिलो। 

मंगलवार को सहायक अध्यापक मुन्नालाल जाटव ने कहा कि वह 22 फरवरी 1966 को जन्मा है और सन 1999 से गुरुजी है। इसके बाद 2013 में वह संविदा वर्ग 3 बना और इसके बाद वह सहायक अध्यापक पर पदोन्नत हो गया। बीए करने की बढ़ी इच्छा है और इसके लिए कक्षा 12 पास होना जरुरी है। मैं चाहता हूं यदि जिला पंचायत से सीईओ साहब इसकी अनुमति दे दें तो में पढाई कर सकूंगा। 

उर्दू एजूकेशन बोर्ड से हम यह करना चाहते है। पेपरों के अलावा में कोई और छुट्टी नहीं लूंगा। इस पर कलेक्टर ने कहा कि तुम यहां क्या छुट्टी लेकर आए हो। शिक्षक बोला हां। तो आगे से यहां मत आना जब भी विभागीय कोई काम हो तो अधिकारियों के चैनल के थ्रू आना।