
ऐसा ही अवैध वसूली का एक और मामला आज सुबह 4 बजे प्रकाश में आया है। जहां टोलकर्मी की मनमानी के चलते सवारी बस करीब एक घंटे सवारी लेकर टोल पर खड़ी रही जिससे बस में बैठी सवारी में महिलाओ बुर्जुगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को जैन ट्रेब्लस एक बस इंदौर के लिए रवाना हुई जिसका टोल 170 रूपए लिया गया लेकिन जब उसी कंपनी कि दूसरी बस बुद्धवार को वापस लौटी तो उस बस से 345 रूपए टोल मांगा गया। जब बस संचालक ने इस पर आपत्ति जताई तो टोल अधिकारीयो ने दर्जनों प्रायवेट गुण्डे बुलाकर बस संचालक को गुण्डागिरी दिखाने लगे।
इस दौरान बस संचालक और टोल कर्मियो के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई जिस कारण बस सवारियो के साथ करीब एक घंटे तक खड़ी रही। जब मामला शांत होते नही दिखा तो सवारियो ने अपनी पीड़ा बस संचालक को बताई और देरी होने के चलते बस संचालक टोल देकर रवाना हुआ।
इससे पहले भी टोल कर्मचारियो ने कांग्रेस नेता के साथ अभ्रदता की थी साथ ही अशोकनगर जाने वाली बस से भी अलग अलग टोल बसूला गया था। बस संचालक ने अपनी बसे टोल पर खड़ी कर टोल पर जाम लगा दिया था इसके साथ ही एक ट्रक संचालक के साथ भी टोल कर्मियो ने मारपीट की थी।