सूखे के चलते किसान की पत्नि और बेटी ट्रेन के आगे आत्महत्या करने पहुंची, आरपीएफ ने दबौच लिया

शिवपुरी। पिछले 3 वर्ष में अवर्षा के कारण किसानो की फसले नही हुई है। किसान अर्थिक तंगी से जूझ रहा है। कम इंकम किसान मानसिक रूप से परेशान हो रहा है। इस कारण घरो में आपसी-विवाद भी हो रहे है, इसी विवाद और अर्थिक तंगी के चलते आज एक किसान की पत्नि और बेटी आत्महत्या करने ट्रेन के सामने कूदने का मन बना चुकी है लेकिन समय रहते आरपीएफ के जवानो के सक्रियता के कारण उनकी जान बच गई। 

बताया जा रहा है कि  रेलवे स्टेशन शिवपुरी पर सोमवार को भोपाल इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन को आने में कुछ ही मिनट बाकी रहे गए थे। इसी बीच रेलवे पुलिस फोर्स की थाने के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों की स्क्रीन पर नजर पड़ी तो प्लेटफार्म नंबर 1 पर गोदाम की ओर दो महिलाओं की हरकत संदिग्ध नजर आई।

थाने पर तैनात आरपीएफ जवान ने तुरंत टीआई दिलीप सिंह को फोन कर बताया। आरपीएफ जवान मौके पर पहुंचे और दोनों महिलाओं को पकडकऱ थाने ले आए। महिलाओं ने पूछताछ में बताया कि उनका घर पर झगड़ा हो गया है और ट्रेन के आगे कूदकर जान देने के लिए आईं थीं। यह सुनकर आरपीएफ जवान चौंक गए और फिर उनके नाम व पते पूछे। महिलाये सात किमी दूर सिंहनिवास गांव की रहने वाली निकलीं। मालूम हो कि जिस ट्रैक पर आत्महत्या करने के लिए महिलाएं खड़ी थी, उसी पर सात मिनट बाद इंटरसिटी आने वाली थी। 

टीआई दिलीप शर्मा के मुताबिक लीला बाई उम्र 40 वर्ष पत्नी दौलतराम जाटव निवासी सिंहनिवास अपनी बेटी गिरजा बाई उम्र 20 वर्ष पत्नी सुनील जाटव निवासी ग्राम जौरा झांसी उत्तर प्रदेश ट्रेन के आगे कूदकर जान देने आईं थीं। महिलाओं के इरादे जानने के बाद सिंहनिवास स्थित लीला बाई के पति दौलतराम को मौके पर बुला लिया। 

गांव का एक अन्य व्यक्ति भी साथ आ गया था। दोनों मां-बेटी को समझा बुझाकर घर भिजवा दिया है। दौलतराम का कहना है कि बरसात के अभाव में फसल उत्पादन नहीं हो पा रहा है। घर में आर्थिक तंगी की वजह से हर दिन लड़ाई झगड़े होते रहते हैं। उन्हें भरोसा नहीं था कि दोनों मां-बेटी जान देने के लिए ट्रेन के आगे कूदने आ जाएंगी।