लेपटॉप के लिए दर-दर भटकती सीएम की भांजी, कोई सुनता ही नहीं

पोहरी। मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान छात्रों के हित में नित नई योजनाएं लेकर आ रहे है। परंतु इनके अधीनस्थ कर्मचारी मामा के अरमानों पर पानी फेरने से नहीं चूक रहे है। एक और मुख्यमंत्री मेधावी छात्र योजना के माध्यम से छात्रों को प्रोत्साहित करने का काम मुख्यमंत्री स्वयं कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री द्वारा मध्यप्रदेश को अग्रणी राज्य बनाने के मंसूबे पर उनकी सरकार के मंत्रियों द्वारा किस तरह पानी फेरा जा रहा है।  इसका उदाहरण शिवपुरी के एस एम एस कॉलेज का मामला है। 

जानकारी के अनुसार 25 जनवरी 2016 को शिवपुरी के श्रीमंत माधवराव सिंधिया स्नाकोत्तर कॉलेज में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रदेश की कैबिनेट मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया के हाथों लैपटॉप बांटे गए। पात्रता सूची में छात्रा सीमा ओझा पुत्री रामस्वरूप ओझा निवासी पूठवरवे (भटनावर) का नाम शामिल था। कार्यक्रम दिनांक में ही छात्रा का एएनएम व्यापमं की परीक्षा होने के कारण छात्रा कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित नहीं हो सकी इसके लिए कॉलेज प्रशासन द्वारा छात्रा को आश्वस्त किया गया कि लैपटॉप बाद में दे दिया जाएगा, लेकिन आज दिनांक तक उक्त छात्रा को लैपटॉप नहीं दिया गया है।

जबकि मामले की शिकायत छात्रा और उसके परिजनों द्वारा लिखित में कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे के अलावा क्षेत्रीय विधायक प्रहलाद भारती से की गई लेकिन निराशा ही हाथ लगी है। कॉलेज रिकॉर्ड में भी छात्रा के नाम को उस सूची में इंगित किया गया है जिन्हें लैपटॉप नहीं मिला है। इतना ही नहीं छात्रा द्वारा जिले के भाजपा कार्यालय में भी इस संदर्भ में बात की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। इससे साफ जाहिर है कि शासन की योजनाएं कितने लोगों तक पहुंच रही हैं और सरकार के नुमाइंदे कितनी योजनाओं के प्रति कितने बेपरवाह है।

इनका कहना है-
पात्रता सूची में मेरा नाम शामिल था। उस दिन ग्वालियर में मेरी परीक्षा होने के कारण में कार्यक्रम में अनुपस्थित थी, लेकिन मुझे आज तक लैपटॉप नहीं मिला है इसकी शिकायत मैने विधायक और मंत्री महोदया को भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
सीमा ओझा ,पीडित छात्रा