
जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर उसके मित्र रामेश्वर पुत्र भुजवल यादव निवासी बूढख़ेड़ा पोहरी को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि सुनीता उसकी प्रेमिका है और दोनों के बीच संबंध काफी गहरे थे, लेकिन पिछले कई दिनों से सुनीता ने उसे दरकिनार कर दिया और उससे बोलचाल बंद कर दिए।
आरोपी के अनुसार सुनीता अपने जीजा रामवरण गुर्जर के संपर्क में आ गई जिससे उसे शक हुआ कि रामवरण और सुनीता के बीच अवैध संबंध बन गए हैं। जिस कारण सुनीता ने उससे संबंध तोड़ दिया है इसी कारण उसने सुनीता को सबक सिखाने के लिए उक्त घटना अपने दो मित्र रामेश्वर यादव के साथ मिलकर घटित की। आरोपी ने पुलिस को यह भी बताया कि उसने स्वयं सुनीता के पैर काटे थे और रामेश्वर ने हाथ।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नौकरी पाने के लिए जीजा के संपर्क में आई थी सुनीता
पुलिस के अनुसार सुनीता आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नौकरी के लिए पिछले लंबे समय से प्रयासरत थी, लेकिन उसकी नौकरी नहीं लगी। जिस पर सुनीता ने भाजपा नेता और अपने जीजा रामवरण गुर्जर से संपर्क साधा और उनसे नौकरी लगवाने के लिए मिलने उनके निवास स्थान पर पहुंची और उसके बाद से ही सुनीता का रामअवतार से मोहभंग हो गया और आरोपी को शंका हो गई कि सुनीता का प्रेम प्रसंग उसके जीजा से चल रहा है और शक के चलते ही आरोपी ने उक्त घटना को अंजाम दे दिया।
आरोपी रामअवतार पीड़िता के यहां करता था नौकरी
सुनीता को उसके पति बंटी गुंर्जर परित्याग 5 वर्ष पूर्व कर दिया था तब से वह अपने पिता के यहां रह रही थी। आरोपी रामअवतार उसके पिता के साथ रहकर खेती का कार्य देखता था जिसके एवज में उसे वेतन दिया जाता था। इसी दौरान आरोपी और पीडि़ता के बीच प्रेम संबंध बन गए, लेकिन घटना से कुछ दिनों पहले से सुनीता ने आरोपी की उपेक्षा करनी शुरू कर दी थी। जिस कारण वह सुनीता को सबक सिखाने की फिराक में था।